नई दिल्ली । केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि भारतीय राजनीति में लोगों का नेताओं पर विश्वास कम होता जा रहा है, क्योंकि उनकी कथनी और करनी में अंतर है। भगवान राम की मिसाल देते हुए उन्होंने कहा कि देशवासियों के दिलों पर वही व्यक्ति राज करेगा, जो विश्वसनीयता के संकट को चुनौती की तरह स्वीकार करेगा।
केन्द्रीय मंत्री ने आज डॉ धीरज भटनागर द्वारा गोस्वामी तुलसीदास के अवधी में लिखे रामचरितमानस के हिन्दी (खड़ी बोली) काव्यानुवाद का विमोचन किया। सीरी फोर्ट ऑडिटोरियम में आयोजित इस कार्यक्रम में सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर, विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार व अन्य संत उपस्थित थे। सुन्दर काण्ड के हिंदी अनुवाद को संगीत रूप में यू-ट्यूब के लिए लोकार्पित किया गया। प्रख्यात गायकों द्वारा सुंदर कांड (हिन्दी अनुवाद) के अंशों की प्रस्तुति दी गई।
इस अवसर पर राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत सरकार राम राज के आदर्श को सफल बनाने की दिशा में काम कर रही है। राम राज में सभी का कल्याण सुनिश्चित किया गया था। वर्तमान सरकार भी किसानों, युवाओं, महिलाओं, पिछड़ों और वंचितों सभी के लिए काम कर रही है। हम यह नहीं कहते की राम राज स्थापित हो गया लेकिन हम उस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि गोस्वामी जी ने रामचरितमानस को लोकभाषा में रचा और उसी परंपरा को आगे बढ़ाने का काम धीरज भटनागर ने किया है। उन्होंने अवधी बोली से इसे खड़ी बोली में काव्यानुवाद किया है। आशा है कि उनका यह अनुवाद लोगों की अलमारी और हृदय में निवास करेगा।
केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने राममंदिर निर्माण का उल्लेख करते हुए कहा कि राम भक्तों को हलके में नहीं लेना चाहिए। राम भक्त जो सोचते हैं, वह करके दिखाते हैं। पहले हमसे पूछा जाता था कि राम मंदिर कब बनेगा लेकिन मोदीजी ने राममंदिर का भूमिपूजन किया और इसी साल उसका निर्माण पूरा हो जाएगा।
राम नवमी के दौरान हुए दंगों पर ठाकुर ने कहा कि दुर्भाग्य है कि आज कुछ मुख्यमंत्री इलाकों को धर्म के आधार पर बांट रहे हैं। वे कह रहे हैं कि शोभायात्रा मुस्लिम इलाकों में ना जाए। ऐसे लोग समाज को बांटना चाह रहे हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री का नाम लेते हुए कहा कि ममता जी थोड़ी ममता राम भक्तों पर दिखायें।
उन्होंने कहा कि थोड़े समय पहले मंदिर को तोड़ने वाले दिखाई देते थे। आज देश की जनता साफ कह रही है कि जो राम को लाए हैं, हम उनको लायेंगे। उन्होंने कहा कि रामचरित मानस का काव्यानुवाद युवाओं को उनकी जड़ों से जोड़ने का काम करेगा।