नई दिल्ली। दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में शनिवार शाम एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत को लेकर कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी की केजरीवाल सरकार को आड़े हाथों लिया है। पार्टी ने कटाक्ष करते हुए कहा है कि “शुगर बढ़ने पर ट्वीट करने वाले लोग छात्रों की मौत पर “ऑर्डर-ऑर्डर खेल रहे हैं।” दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने रविवार को कहा, “शर्म की बात है कि दिल्ली सरकार और नगर निगम की लापरवाही ने अब तक तीन छात्रों की जान ले ली है।”
उन्होंने कहा कि इस हादसे से वह दुखी और दिल्ली सरकार के लापरवाह रवैये से भयभीत हैं। विभिन्न छात्र संगठन और राजनीतिक दल हादसे के लिए सीधे-सीधे राज्य सरकार और दिल्ली नगर निगम को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। बीती रात से ही छात्र सड़कों पर इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं। यादव ने कहा कि जलभराव के कारण किसी छात्र की मौत का यह पहला मामला नहीं है। इनकी लापरवाही न जाने और कितने छात्रों की जान लेगी। कांग्रेस नेता का कहना है कि आम आदमी पार्टी की सरकार का यह “जानलेवा मॉडल” है।
दिल्ली सरकार को इस पर शर्म आनी चाहिए। इस बीच, गुस्साए छात्र ओल्ड राजेन्द्र नगर में कोचिंग सेंटर के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों के प्रदर्शन और उनमें व्याप्त गुस्से को देखते हुए पुलिस ने कोचिंग सेंटर के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है। दिल्ली की मंत्री आतिशी ने बताया कि उन्होंने मामले में मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया है। भारतीय जनता पार्टी ने इसे एक शर्मनाक हादसा बताया है। पार्टी ने इस हादसे के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मंत्री आतिशी के इस्तीफा की मांग की है।
गौरतलब है कि इससे पहले उत्तरी दिल्ली के मुखर्जी नगर में एक कोचिंग सेंटर में आग लग गई थी। तब दिल्ली सरकार ने कहा था कि वह इस मामले की जांच करवाएगी। विपक्ष का कहना है कि दिल्ली फायर सर्विस और नगर निगम बिल्डिंग की जांच करवाने का दावा कर रहे थे। अब विभिन्न राजनीतिक दल यह प्रश्न उठा रहे हैं कि कैसे राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग सेंटर में बेसमेंट में अवैध लाइब्रेरी चल रही थी। आरोप यह भी लगाया जा रहा है कि नगर निगम द्वारा दिल्ली के नालों की सफाई नहीं हुई। इस कारण बरसात के पानी की उचित निकासी नहीं हो पाती है और यह पानी सड़कों, बेसमेंट, घरों आदि में भर जाता है।