Friday, November 22, 2024

अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य अंतिम चरण में, 22 जनवरी को पीएम करेंगे प्राण प्रतिष्ठा

अयोध्या-मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी में बन रहे दिव्य और भव्य मंदिर निर्माण के प्रथम चरण का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है और प्रथम तल का निर्माण इसी वर्ष दिसम्बर तक पूरा हो जायेगा।

विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के प्रवक्ता शरद शर्मा ने सोमवार को यहां यूनीवार्ता को बताया कि श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट मंदिर निर्माण के लिये अग्रसर है। 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी प्राण प्रतिष्ठा करने आयेंगे, जिसकी तैयारियां बहुत तेजी से चल रही हैं। निर्माण कार्य को पूरा करने के लिये 2500 कारीगर व मजदूर रात-दिन काम कर रहे हैं। इसमें मंदिरों के परकोटे का निर्माण भी जारी है।

उन्होंने बताया कि प्रथम तल में 166 स्तम्भों पर काम भी चल रहा है। प्रथम तल पर लगने वाले 18 दरवाजों को लगाकर उसका ट्रायल भी हो चुका है। उसे उतारकर उस पर सोना जडऩे का काम तेजी से किया जा रहा है। साथ ही साथ फर्श पर विशेष नक्काशी का काम जारी है। इसके साथ प्रथम तल पर भी काम चल रहा है। उन्होंने बताया कि 132 स्तम्भों पर काम के साथ-साथ छत ढालने का भी काम बाकी है। यह काम प्राण प्रतिष्ठा से पहले पूरा हो जाने की उम्मीद है।

श्री शर्मा ने बताया कि प्रथम तल पर काम इसी वर्ष दिसम्बर में पूरा कर लिया जायेगा। आयताकार परकोटे के चार कोने पर चार मंदिर बनेंगे जिससे भगवान सूर्य, शंकर जी, गणपति व देवी भगवती का विग्रह स्थापित होगा। वहीं परकोटे के दक्षिण भुजा में हनुमान व उत्तरी भुजा में माता अन्नपूर्णा के स्वरूप का रामभक्त दर्शन कर पायेंगे।

उन्होंने बताया कि तीसरे व अंतिम चरण में बाकी बची योजनाओं का काम होगा, जिसमें चार प्रमुख ऋषियों वाल्मीकि, वशिष्ठ, अगस्त्य, विश्वामित्र के अलावा माता शबरी, निषादराज, देवी अहिल्या के मंदिर बनेंगे। नवम्बर के अंत में रामलला के तीनों विग्रहों का निर्माण पूरा हो जायेगा, इसके बाद बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज तय करेगा कि किस विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा नवीन मंदिर में की जायेगी। प्राण प्रतिष्ठा के पहले अनुष्ठान 17 जनवरी को शोभायात्रा से शुरू होगा। इसके बाद 18 जनवरी से संकल्प व न्यास एवं अन्य वैदिक क्रियाओं के अलावा भगवान का अधिवास आरम्भ होगा।

इस अधिवास में अन्नादिवास, फलादिवास, पुष्पादिवास आदि होगा। 17 जनवरी को भगवान की शोभायात्रा पूरे सम्मान के साथ रामलला के विग्रहों को स्नान कराकर शोभायात्रा मां सरयू से प्रारम्भ होगी। समस्त पूजन काशी के वैदिक विद्वानों के मार्गदर्शन में सम्पन्न होंगे। प्रथम तल का निर्माण दिसम्बर तक हो जायेगा। दूसरे तल का निर्माण चलता रहेगा। रामलला के गर्भगृह सहित सिंहद्वार, नृत्य मंडप, रंग पंडप, भजन-कीर्तन मंडप, परिक्रमा का निर्माण हो चुका है। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय, निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा सहित अन्य ट्रस्टी लगातार कार्यदायी संस्था के साथ बैठकें और विचार-विमर्श करके कार्य में तीव्रता ला रहे हैं।

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