मुंबई। मीरा भाईंदर वसई विरार पुलिस आयुक्तालय अंतर्गत क्राइम ब्रांच युनिट 1 ”काशीमीरा” ने वाहन चोरी की सबसे बड़ी गुत्थी सुलझाने में बड़ी सफलता अर्जित की है। दरअसल युनिट 1 ने राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न कंपनियों के ट्रक,आयशर टेम्पो एवं अन्य वाहन चोरी कर फर्जी दस्तावेज बनाकर बेचने वाले 4 अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 47 वाहन कुल 7,32,41,000 रुपये का माल बरामद किया है। इनकी गिरफ्तारी से 16 अपराधों का खुलासा हुआ है।
यह पूरी कार्रवाई मधुकर पाण्डेय (पुलिस कमिश्नर) के आदेशानुसार श्रीकांत पाठक ( अपर पुलिस आयुक्त) व अविनाश अंबुरे (क्राइम डी.सी.पी.) के मार्गदर्शन में मदन बल्लाल (क्राइम ए.सी.पी.) के नेतृत्व में अविराज कुराडे ( युनिट 1” काशिमीरा क्राइम पी.आई.),सपोनिरी कैलास टोकले,सपोनिरी प्रशांत गांगुर्डे,सपोनिरी पुष्पराज सुर्वे की टीम ने की है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि,काशीमीरा पुलिस स्टेशन में शिकायतकर्ता रमेश जसवंतलाल चौधरी (43),निवासी-बोरीवली पश्चिम ने हाइवा टिपर/ट्रक क्रमांक एमएच 47-वाय 4995 गाड़ी की चोरी का एफआईआर दर्ज करवाया था। इसी क्रम में,नालासोपारा निवासी रामप्रकाश हरिराम यादव ने वालीव पुलिस स्टेशन में आयशर टेम्पो क्रमांक एमएच 48 एवाय 3453 गाड़ी की चोरी का एफआईआर दर्ज करवाया था।
हालांकि, दोनों चोरी मामले में उपरोक्त थाने ने अज्ञात चोर के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया था। पुलिस अधिकारी ने कहा कि,पुलिस आयुक्त, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त, पुलिस उपायुक्त (अपराध) ने मीरा भाईंदर वसई विरार पुलिस आयुक्तालय में पिछले 3/4 वर्षों में वाहन चोरी से संबंधित अज्ञात अपराधों की जांच करने और उक्त अपराधों को प्रकाश में लाने का आदेश दिया था। इसके बाद अपराध शाखा सेल 1, काशीमीरा के माध्यम से जांच के दौरान, प्राप्त जानकारी के अनुसार सपोनि प्रशांत गांगुर्डे की जांच की गई।तदनुसार,अभियुक्त में अजहर अकबर शेख (उम्र 35 वर्ष निवासी- जिला छत्रपती संभाजी नगर ), समीर नसीर खान (उम्र 41 वर्ष,निवासी-खंडाळा, ता.वैजापुर,जि. छत्रपती संभाजी नगर ),मोहम्मद शकील मोहम्मद शौकत शाह (उम्र 48 वर्ष, निवासी-वलगाव रोड,अमरावती ) ओर शेख नशीर शहजादमियों (उम्र 46 वर्ष- निवासी-नांदेड को हिरासत में लेकर गिरफ्तार किया गया। न्यायालय के समक्ष पेश कर पुलिस हिरासत में लिया गया व योग्य जांच की गई।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि,जांच के दौरान, आरोपियों ने पहले फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अरुणाचल प्रदेश,नागालैंड और अन्य राज्यों के विभिन्न आरटीओ कार्यालयों में गाड़ियों का पंजीकरण करके पंजीकरण संख्या व अन्य दस्तावेज प्राप्त किए।उन दस्तावेजों के आधार पर, संबंधित आरटीओ कार्यालय की ऑनलाइन एनओसी यह कहते हुए प्राप्त की गई कि उक्त वाहनों को महाराष्ट्र राज्य में फिर से पंजीकृत किया जाना है। फिर दस्तावेज़ों में सूचीबद्ध समान मेक और मॉडल के साथ विभिन्न राज्यों से कारें चुराई गईं,महाराष्ट्र के आरटीओ ने चोरी की गाड़ियों के मूल इंजन नंबर,चेसिस नंबर और अन्य पहचान नंबर मिटाकर फर्जी दस्तावेजों पर इंजन और चेसिस नंबर प्रिंट कर लिए। दोबारा रजिस्ट्रेशन कराया और उन गाड़ियों को दूसरे लोगों को बेच दिया।
जांच के दौरान आरोपियों के पास से 7,32,41,000 रुपये कीमत के कुल 47 चोरी के वाहन बरामद किये गए जिनमें टाटा ट्रक -14, हाईवा टिपर-10,आयशर टेम्पो-8,अशोक अशोक लैंड ट्रक/टेम्पो -9, मारुति सुजुकी अर्टिगा-1, मारुति सुजुकी वैगनर-1,मारुति सुजुकी स्विफ्ट डिजायर-1, टोयोटा इनोवा-1,फोर्स क्रूजर -1 और महिंद्रा जीतो-1 शामिल हैं।इनमें से 16 वाहन चोरी के हैं तथा अपराध पंजीबद्ध किये गये हैं।हालाँकि, इस अवसर पर पुलिस कमिश्नर मधुकर पांडेय ने वाहन मालिकों को गाड़ी की चाबी दी है,मालिको के चेहरों पर खुशी छा गयी है। तथा पुलिस कमिश्नर ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों को प्रशस्ति-पत्र देकर उनका मनोबल बढ़ाया है।