गाजियाबाद। मांस निर्यात फैक्टरी के मालिक दंपती और तीन प्रबंधकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पांचों को 14 दिन के लिए जेल भेज दिया गया है। बाल श्रम और मानव तस्वरी की धाराओं में दर्ज एफआईआर में कुल आठ नामजद आरोपियों में से दंपती के तीन बेटे अभी फरार हैं।
डीसीपी देहात विवेक चंद यादव ने बताया कि जेल भेजे गए आरोपियों में तौड़ी हाउस ईदगाह रोड निवासी यासीन कुरैशी और उसकी पत्नी तसनीम कुरैशी फैक्टरी के मालिक हैं। बुलंदशहर के स्याना निवासी आरिफ कुरैशी, हापुड़ के बुलंदशहर रोड निवासी हसन एजाज और दिल्ली हौज काजी निवासी सैय्यद मंजूर हसन प्रबंधक हैं। यासीन और तसनीन के बेटे जावेद, परवेज और गुलबेज की तलाश की जा रही है। तीनों फरार आरोपी फैक्टरी में निदेशक के पद पर तैनात हैं।
इंटरनेशनल एग्रो फूड प्राइवेट लिमिटेड के नाम से चल रही मांस फैक्टरी से 29 मई को 14 से 17 साल उम्र के 55 नाबालिगों को मुक्त कराया गया था। ये सभी बिहार, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के निवासी हैं। पुलिस जांच में पता चला कि नाबालिगों को ठेकेदारों के माध्यम से बुलाया गया था। इसके बदले ठेकेदार कमीशन लेते हैं। फैक्टरी में सभी को डरा-धमकाकर बेहद खराब स्थिति में रखा गया था। भीषण गर्मी में उनके लिए पंखा तक नहीं था। सीडब्ल्यूसी की टीम बच्चों के परिवार के बारे में जानकारी कर रही है।