कानपुर। उत्तर प्रदेश में मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है और आसमान में छाई धुंध से प्रदूषण भी बढ़ता जा रहा है। लगभग सभी शहरों का प्रदूषण मानक से अधिक बढ़ गया है और वातावरण में धूल उड़ रही जो नुकसानदायक है। मौसम विभाग का कहना है कि पछुआ हवाओं के चलने से इसमें कमी आएगी।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने शुक्रवार को बताया कि एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे अफगानिस्तान पर बना हुआ है। वहीं भारत में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर पश्चिमी राजस्थान पर बना हुआ है। चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव से पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित हो गया है। इससे पछुआ हवाएं उत्तर प्रदेश में चलेंगी और आसमान साफ होगा जिससे बढ़ रही धुंध में कमी आएगी।
डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 29.5 और न्यूनतम तापमान 15.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 96 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 54 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 1.5 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों में हल्के से मध्यम बादल छाए रहने के कारण 11 नवम्बर को तेज हवाओं के साथ हल्की वर्षा होने की संभावना है। शेष दिनों में बारिश की कोई संभावना नहीं है।