कानपुर। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पश्चिम राजस्थान पर बना हुआ है। एक ट्रफ पूर्वी विदर्भ से तटीय कर्नाटक तक बनी हुई है। एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ 15 अप्रैल से पश्चिमी हिमालय तक पहुंच सकता है। इससे अगले पांच दिनों में हल्के से मध्यम बादल छाए रहने के आसार हैं, किन्तु बारिश की कोई संभावना नहीं है और सामान्य से तेज हवायें चलने के आसार हैं।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने शुक्रवार को बताया कि उत्तर पश्चिम भारत में पिछले कुछ दिनों से तापमान में वृद्धि देखी जा रही है, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के कुछ हिस्सों में पहले से ही अधिकतम तापमान 40 डिग्री या उससे अधिक देखा जा रहा है। अब पर्वतीय क्षेत्रों पर एक पश्चिमी विक्षोभ बना है, लेकिन यह केवल पहाड़ियों पर रहेगा और मैदानी इलाकों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। हालांकि, 17 अप्रैल को एक और सिस्टम आ रहा है जो जुड़ जाएगा और तीव्रता के साथ-साथ बारिश के प्रसार को भी बढ़ाएगा। इस प्रकार हम 17 अप्रैल के आसपास और 20 अप्रैल तक पंजाब, राजस्थान और हरियाणा में कुछ बारिश की उम्मीद कर सकते हैं।
मौसम वैज्ञानिक के अनुसार, राजस्थान में बारिश 16 तारीख के आसपास थोड़ी पहले देखी जा सकती है। ये बारिश अधिकतम तापमान को कम कर देगी और कम से कम इन क्षेत्रों में तापमान में वृद्धि को रोक देगी। हीट वेव की संभावना हो सकती है, लेकिन सिस्टम और बारिश के कारण हम उस तरह की किसी भी चीज की उम्मीद नहीं करते हैं क्योंकि तापमान में कमी आएगी। कानपुर मण्डल में दिन के तापमान बढ़ने पर थोड़ी रोक लग सकती है और बादलों के बने रहने से रात के तापमान में बढ़ोतरी दर्ज हो सकती है।
बताया कि अधिकतम तापमान 37.4 और न्यूनतम तापमान 19.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 67 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 23 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पूर्व रहीं जिनकी औसत गति 4.3 किमी प्रति घंटा रही।