नयी दिल्ली- अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के पहले केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने अपनी तैयारियां तेज़ कर दी है, मोदी सरकार के केंद्रीय कैबिनेट में बहुत जल्द एक बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है। सूत्रों के मुताबिक, 12 जुलाई को एक बार फिर से मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है।
पीएम मोदी चौकाने वाले फैसलों के लिए जाने जाते है, वे कब क्या फैसले करते है, कोई नहीं जान पाता है लेकिन हाल में होने वाले विधानसभा चुनावों और 2024 के लोकसभा चुनावों के चलते इसी सप्ताह मोदी मंत्रिमंडल में फेरबदल की चर्चा बहुत गर्म है। जिसमें केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण, प्रहलाद पटेल, मनसुख मंडाविया, अर्जुन मेघवाल,भूपेंद्र यादव, गजेंद्र शेखावत,किरण रिजिजू, श्री कृष्ण रेड्डी, नरेंद्र तोमर और एसपीसिंह बघेल समेत कई प्रमुख मंत्रियों को संगठन में लगाया जा सकता है । गाज़ियाबाद के सांसद जनरल वी.के. सिंह को भी मंत्रिमंडल से हटाकर किसी राजभवन भेजे जाने की भी चर्चा है।
राजनीतिक इलाकों में चर्चा है कि मोदी कैबिनेट से कुछ मंत्रियों को आउट और कुछ नेताओं को इन करने को लेकर बड़े उलटफेर हो सकते हैं। अब तक अपने काम के परफॉर्मेंस के आधार पर प्रमोशन पाए जिन मंत्रियों को हटाए जाने की संभावना है उनमें से कुछ मंत्रियों को संगठन में, तो कुछ को राजभवन भेजा जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय कैबिनेट में 12 जुलाई यानी बुधवार को एक बार फिर से बदलाव हो सकता है।
जिस दिन बीजेपी ने 4 राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष बदले थे उसी दिन नड्डा से कई मंत्रियों ने भी मुलाकात की है। हालांकि, पार्टी सूत्र इस मुलाकात को मंत्रिमंडल में फेरबदल से नहीं जोड़ रहे हैं। लेकिन जिस तरीके से बीजेपी एनडीए के पुराने सहयोगियों से संपर्क साध रही है, उससे माना जा रहा है कि आने वाले कुछ दिनों में मोदी सरकार में फेरबदल हो सकता है।
पिछले दो महीने से भाजपा के वरिष्ठ नेता लोक सभा चुनाव और आगामी विधान सभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर लगातार शीर्ष स्तर पर मैराथन बैठकें कर पार्टी संगठन और मोदी कैबिनेट में किए जाने वाले फेरबदल को लेकर विचार मंथन कर रहे हैं। गृहमंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा और बीएल संतोष के साथ पार्टी के इसी कार्यालय में कई-कई घंटे तक मैराथन बैठकें कर चुके हैं। हाल ही में अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात कर उन्हें पार्टी संगठन और सरकार में बदलाव के लिए बनाए जा रहे ब्लूप्रिंट से अवगत कराते हुए विचार-विमर्श किया था।
बीजेपी चीफ नड्डा से मिलने वालों में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, श्रम और पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव, जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, पृथ्वी और विज्ञान मंत्री किरण रिजिजू, कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल आदि शामिल हैं। पार्टी सूत्रों ने बताया कि इन मंत्रियों को पार्टी ने उनको दी गई राज्यों की जिम्मेदारी के बारे में जानकारी दी।
गौरतलब है कि टीडीपी, शिरोमणि अकाली दल (SAD), लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) जैसे दलों के साथ बीजेपी की बातचीत चल रही है। माना जा रहा है कि ये सभी दल कुछ दिनों में औपचारिक रूप से एनडीए में शामिल हो सकते हैं। कई सहयोगियों को मोदी कैबिनेट में एडजस्ट किया जा सकता है।चिराग पासवान, हरसिमरत कौर बादल, उपेंद्र कुशवाहा जैसे सहयोगी दलों से मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं। फिलहाल पीएम मोदी के अंतिम फैसले पर सबकी नजरें हैं।