मुंबई | राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के शीर्ष नेताओं की तस्वीरों वाले पोस्टर, जिनमें ‘भविष्य के मुख्यमंत्री’ लिखा है, पिछले कुछ दिनों में मुंबई के विभिन्न हिस्सों में देखा गया है। इस रहस्यमय अभियान पर महा विकास अघाड़ी (एमवीए) भी हैरान।
पिछले हफ्ते, दक्षिण मुंबई में राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल को महाराष्ट्र का ‘भविष्य का मुख्यमंत्री’ घोषित करते हुए एक बड़ा पोस्टर लगा था।
इस हफ्ते, विपक्ष के नेता अजीत पवार, और उनके चचेरे भाई – राकांपा अध्यक्ष शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले को ‘भविष्य के मुख्यमंत्री’ के रूप में चित्रित करने वाले पोस्टर देखे गए।
एमवीए में राकांपा की सहयोगी कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) के नेताओं और प्रवक्ताओं ने राकांपा के भीतर कथित दौड़ पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। हालांकि, भाजपा के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इसे हल्के में लेते हुए कहा, “यह राकांपा की परंपराओं के अनुसार है।”
फडणवीस ने मुस्कराहट के साथ कहा, “राकांपा में परंपरा रही है कि लोगों को भविष्य के मुख्यमंत्री या यहां तक कि प्रधानमंत्री के रूप में पेश किया जाए। लेकिन यह जरूरी नहीं है कि ऐसा हमेशा होता रहे। लेकिन मेरी शुभकामनाएं उनके साथ हैं।”
इस घटनाक्रम से बौखलाए कांग्रेस-शिवसेना (यूबीटी) के नेताओं को आशंका है कि यह भविष्य में एमवीए पर संभावित नतीजों के साथ राकांपा में एक इंट्रा-पार्टी सत्ता संघर्ष के निर्माण का एक संकेतक हो सकता है, जिसे राज्य में मौजूदा नाजुक राजनीतिक हालात को देखते हुए टालना होगा।
राकांपा के शीर्ष नेताओं ने इस मामले में चुप रहने का विकल्प चुना है, हालांकि सुप्रिया सुले ने आश्चर्य जताया कि इन पोस्टरों को इस तरह के पूवार्नुमानों और उनके पीछे की मंशा के साथ कौन लगा सकता है।