मुजफ्फरनगर। तुलसी पार्क में हिंदू समाज ने बांग्लादेश में सत्ता बदलने के बाद उपजे घटनाक्रम, शेख हसीना के इस्तीफे के बाद हिंदुओं के ऊपर हो रही क्रूरतापूर्वक पैशाचिक हमले के विरोध में एक प्रार्थना सभा का आयोजन किया, जिसमें भारत सरकार से बांग्लादेश के हिंदुओं की जान माल और उनके सम्मान की रक्षा के लिए कठोर कदम उठाने की अपील की। बांग्लादेश में डेढ़ करोड़ हिंदू रह रहे हैं और उनके साथ क्रूरतापूर्वक व्यवहार हो रहा है, इसके लिए उन्होंने बांग्लादेश में एक अलग देश हिंदू समाज को देकर उसे हिंदू देश बनाने की मांग भी की पैशाचिक कृत्य के बाद सैकड़ो की संख्या में मर गई हिंदुओं की आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रख दीप जलाया गया
बांग्लादेश में मुसलमानों द्वारा निअपराध हिंदुओं के साथ जो अत्याचार पिछले कुछ दिनों से हो रहे हैं जिसमें लगभग 300 से अधिक हिंदुओं की मौत हो गई है दर्जनों बहन बेटियों के साथ अनाचार, अत्याचार, बलात्कार हो रहे हैं हिंदुओं के प्रतिष्ठानों के साथ लूटपाट और आगजनी और हिंदू मंदिरों में देव प्रतिमाओं को खंडित कर मंदिरों में आगजनी कर पूरी दुनिया में हिंदू बहुत कष्ट ,पीड़ा एवं रोष में है सत्ता बदलने के इस खेल को इस्लामी कट्टरपंथियों ने हिंदुओं को निशाना बनाकर उन पर हमले कर दिए इन सबसे ज्यादा रोष व निराशा भारत के हिंदू को भारत सरकार से है जिसने इस घटना को लेकर जो नीति अपनाई वह बेहद ढुलमुल थी लोकसभा में भी भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जो बयान दिया वह बहुत ही निराशाजनक था और बहुत हल्का बयान दिया बांग्लादेश के भयानक अत्याचार से एक देश के रूप में खड़ा करने में भारत की बहुत बड़ी भूमिका रही है और वह किसी से छुपी नहीं है, इस एहसान व मदद के बदले बांग्लादेश के इस्लामी कट्टरपंथियों ने भारत के साथ विश्वासघात किया।
हिंदुओं के साथ विश्वासघात किया और उनके ऊपर अत्याचार किया, अनेक घटनाएं जो देखी जा रही है, वह दिल को दहलाने वाली है, सोशल मीडिया व मीडिया के माध्यम से वीडियो पर फोटो सामने आ रहे हैं, वह बहुत ही विभत्स और डरावने हैं, भारत को चाहिए कि वह इस की कठोर प्रतिक्रिया बांग्लादेशी वर्तमान सरकार को दे।
सैकड़ो की संख्या में सामान्य हिंदू समाज ने तुलसी पार्क में शोक सभा कर प्रार्थना सभा आयोजित की जिसमें मोमबत्ती जलाई गई तथा मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना भी की। इस प्रार्थना सभा में सैकड़ो की संख्या में गणमान्य लोगों ने भाग लिया तथा भारत में रह रहे बांग्लादेशी मुसलमान वह रोहिंग्या मुसलमान को भारत सरकार से देश से बाहर करने की अपील की। प्रार्थना सभा में उपस्थित अधिकतर लोगों का कहना था कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान, कश्मीर, केरल, बंगाल और भारत में भी ऐसे कई राज्य हैं, जहां हिंदू अल्पसंख्यक हो गया है, इन सभी जगह पर हिंदुओं को कैसा व्यवहार झेलना पड़ा।
यह सब की जानकारी में है हिंदू अपनी जान मन वह सम्मान को लेकर लगातार खतरे में तो अपने ही देश में हिंदू विपक्ष से तो पहले ही निराश था, पर वर्तमान सरकार से भी हिंदू का भरोसा इस घटना के बाद से कम हो गया है, पूरी दुनिया में हिंदू की मान्यता हिंदू का जीवन ,हिंदू का सम्मान ,हिंदू का मत कोई मायने नहीं रखता है, क्योंकि हिंदू सब के साथ सहयोग करता है, दया करता है, परोपकार करता है, सबको अपना मानता है, यही हिंदू की कमजोरी बन गई, लेकिन यह हिंदू का चरित्र है, उसकी कमजोरी नहीं वह दयावान है, परंतु कायर नहीं है।
हिंदू जब संगठित हुआ, उसने हर चुनौती को हराया है तथा देश में समाज के लिए बलिदान दिया है, इसलिए हिंदू कोई कमजोर समझने की भूल न करें, हिंदू जब पलटवार करेगा, तो फिर उसे कोई रोक नहीं पाएगा, जो लोग भारत में संविधान का संकट बढ़ाकर लोगों का मूर्ख बना रहे हैं, उन्हें पता होना चाहिए जब तक हिंदू बहुमत में है, तभी तक संविधान है, जब तक हिंदू बहुमत में है, तभी तक देश में लोकतंत्र है, जब तक हिंदू बहुमत में है, तभी तक इस देश में शांति है, सब धर्म में सद्भाव है, सर्वधर्म समानता है, जैसे ही हिंदू काम होगा, यह सब अपने आप खत्म हो जाएगा और केवल मैं और मेरे अलावा कोई नहीं वाली विचारधारा इस देश को नष्ट करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
इस अवसर पर मुख्य रूप से आदित्य, शैली पुंडीर, मनीष कुमार, मनमोहन वर्मा, डॉक्टर डीके शर्मा, ओमप्रकाश धीमान, शेर सिंह, अभिषेक, संदीप, नरेंद्र सिंह पवार, अनिल, पायल, गौतम, सुभाष चंद्र वर्मा, सुरेंद्र कुमार, पंकज शर्मा, अंजनी शर्मा, सुबोध दीक्षित, संजय शर्मा, योगेंद्र कुमार अनिल वर्मा देवेंद्र तोमर, संजय गौतम, अभिषेक शर्मा, अखिलेश शर्मा, बागेश अग्रवाल, सूरज बजाज, प्रवीण कुमार, डॉक्टर एसपी अग्रवाल, शोभित गुप्ता, अमित सिंगला, सचिन त्यागी, राजेश गोयल, गौरव सिंगला, प्रेम, प्रवीण सैनी, शेर सिंह, अचिन कंसल, अभिषेक तोमर, वेदपाल, जय सिंह प्रधान, राजेंद्र कुमार, प्रमोद वर्मा, अरुण वर्मा, समर सिंह, उम्मेद सिंह, हरिंदर, चमन लाल कुकी, सतपाल सिंगर, संजय मिश्रा, सुरेंद्र मित्तल, संजीव शर्मा, बिजेंद्र सैनी, प्रेमी छाबड़ा, लोकेंद्र कुमार, पवन पांचाल आदि लोग मुख्य रूप से उपस्थित रहे।