नोएडा। सर्दियों के मौसम के आते ही प्रदूषण भी लोगों को सताने लगता है। इसी बीच नोएडा प्राधिकरण अपनी तैयारी पहले से ही पूरी करने में जुट गया है। प्रदूषण के लिहाज से नोएडा के लिए 5 महीने काफी संवेदनशील माने जाते हैं।
खेतों में पराली जलने, वाहनों के चलने, इंडस्ट्री और अन्य संस्थानों में डीजल जनरेटर, कंस्ट्रक्शन और अन्य कारणों से प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ता है। एक्यूआई इंडेक्स 500 के पार तक जाता है। इससे निपटने के लिए सीएसआर के तहत एक निजी कंपनी ने नोएडा प्राधिकरण को ट्रक माउंटेंड वाटर स्प्रिंकल दिया है। इससे प्रदूषण पर पानी का छिड़काव किया जाएगा।
इस ट्रक को डीजीएम ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ट्रक एक स्थान पर नहीं बल्कि शहर की सड़कों पर दौड़ेगा। डीजीएम एसपी सिंह ने बताया कि सीएसआर के तहत दिए गए इस ट्रक की कीमत करीब 30 लाख रुपए है। इसमें पानी का टैंक लगा है। मशीन पूरी तरह से ऑटोमैटिक है। इसमें एक बार में 7000 लीटर पानी भरा जा सकता है। इसमें लगे वाटर स्प्रिंकल से पानी की बौछार वातावरण में की जाती है।
एक बार में सात किमी तक एरिया को कवर कर सकता है। इसके बाद इसे दोबारा रिफल करना पड़ता है। इसमें लगे स्प्रिंकल फ्रंट, बैक, साइड और टॉप पर पानी की बौछार कर सकता है। इसमें एक 30 मीटर का हौज पाइप है। जिसकी मदद से पौधो पर छिड़ाव किया जा सकता है।
1 अक्टूबर से मशीन का इस्तेमाल नोएडा की सड़कों पर होगा। मशीन जीपीएस ट्रैकर से लैस है। इसे प्राधिकरण के ऑनलाइन सिस्टम आईसीसीसी से जोड़ा जाएगा। ताकि इसके लाइव मॉनिटरिंग की जा सके। इसके अलावा नोएडा में लगी सभी स्मॉग गन को शुरू किया जाएगा। ताकि प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके।