नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज (रविवार) पूर्वाह्न 11 बजे देशवासियों के साथ ‘मन की बात’ साझा की। उन्होंने कहा, ‘आज के ही दिन देश पर सबसे जघन्य आतंकी हमला हुआ था। ये भारत का सामर्थ्य है कि हम उस हमले से उबरे। अब पूरे हौसले के साथ आतंक को कुचल भी रहे हैं। मुंबई हमले में अपना जीवन गंवाने वाले सभी लोगों को मैं श्रद्धांजलि देता हूं। इस हमले में हमारे जो जांबाज वीरगति को प्राप्त हुए, देश उन्हें आज याद कर रहा है।’
प्रधानमंत्री का संबोधन जारी है। यह ‘मन की बात’ का 107 वां संस्करण है। प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी ने 3 अक्टूबर, 2014 को ‘मन की बात’ कार्यक्रम की शुरूआत की। इसके लिए उन्होंने सबसे पहले रेडियो अर्थात आकाशवाणी को माध्यम चुना। इसके चलते नए दौर में रेडियो की महत्ता एक बार फिर रेखांकित हुई। अक्टूबर 2014 के बाद से प्रत्येक माह के अंतिम रविवार की सुबह 11 बजे प्रधानमंत्री मोदी की ‘मन की बात’ की परम्परा निरंतर चल रही है। अब ‘मन की बात’ का देश की 23 भाषाओं और 29 बोलियों के साथ ही 11 विदेशी भाषाओं में प्रसारण होता है। प्रधानमंत्री मोदी ‘मन की बात’ के लिए अपने पोर्टल के माध्यम से लोगों के सुझाव भी आमंत्रित करते हैं और उसे अपनी चर्चा में शामिल करते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी का यह सबसे चर्चित कार्यक्रम है। इसमें वो तात्कालिक घटनाओं और आयोजनों पर तो चर्चा करते ही हैं, देश भर में हो रहे प्रेरक प्रयोगों को भी ‘मन की बात’ के माध्यम से केन्द्र में ले आते हैं। यहां तक कि उनकी चर्चा के बाद किन-किन एनजीओ व संस्थानों को लाभ हुआ या उनके कार्य का विस्तार हुआ, उसकी भी चर्चा करते हैं।