नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने राज्य में हाल ही में हुए पंचायत चुनाव का जिक्र कर टीएमसी पर भी सवाल खड़े किए।
पश्चिम बंगाल में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में आयोजित क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद की बैठक को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने ममता बनर्जी सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में हाल ही में हुए पंचायत चुनाव में टीएमसी ने कैसा खूनी खेल खेला, ये पूरे देश ने देखा है।
उन्होंने ममता बनर्जी के साथ-साथ विपक्षी गठबंधन में शामिल अन्य दलों पर भी हमला बोलते हुए कहा कि जो लोग लोकतंत्र के चैंपियन बनते हैं, ईवीएम से छुटकारा पाने के लिए ईवीएम पर तरह-तरह के सवाल उठाते हैं, उनका नकाब भी अब देश के सामने उतर गया है।
पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र की हालत पर चिंता व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राज्य में हालत यह है कि पहले तो चुनाव की तैयारी के लिए समय ही नहीं दिया जाता, चुनाव की तारीख जल्दी घोषित कर दी जाती है।
फिर विरोधी दल के उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने के लिए पर्चा ही नहीं भरने दिया जाता और अगर वो किसी तरह से पर्चा भर भी देता है तो फिर चुनाव लड़ने में तरह-तरह के अड़ंगे लगाए जाते हैं, प्रचार नहीं करने दिया जाता, घर-घर जाकर संपर्क नहीं करने दिया जाता, मतदाताओं और समर्थक रिश्तेदारों तक को धमकी दी जाती है, परेशान किया जाता है।
टीएमसी पर गुंडों को कॉन्ट्रैक्ट देकर पोलिंग बूथ को कैप्चर करवाने का बड़ा आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि टीएमसी के टोलाबाजों की फौज वोटिंग के दौरान ठप्पेबाजी की फौज बन जाती है।
सारे गुंडों को कॉन्ट्रैक्ट दिया जाता है कि कौन कितने पोलिंग बूथ को कैप्चर करेगा। ये मतपेटियां उठाकर भाग जाते हैं और वोटिंग के बाद काउंटिंग के दौरान भी एक-एक वोट पर अवरोध पैदा करते हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं को काउंटिंग के दौरान अंदर बैठने नहीं दिया जाता।
इन विकट हालातों के बावजूद भाजपा की जीत का महत्व बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि ये पश्चिम बंगाल की जनता का प्यार ही है कि वो भाजपा कार्यकर्ताओं को आशीर्वाद देते रहे हैं और भाजपा प्रत्याशी जीतते जा रहे हैं।
लेकिन, चुनाव में जीतने के बाद भी भाजपा के जीते हुए कार्यकर्ताओं को जुलूस नहीं निकालने दिया जाता है। महिलाओं और आदिवासियों को प्रताड़ित किया जाता है। लेकिन, इन हालातों में भी पश्चिम बंगाल की जनता के लिए भाजपा के कार्यकर्ता संघर्ष कर रहे हैं, राज्य के लोगों के लिए तपस्या कर रहे हैं।