नोएडा । कागजों पर फर्जी फर्म तैयार करने के बाद जीएसटी फ्रॉड कर सरकार को 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक की आर्थिक क्षति पहुंचाने वाले गिरोह के दो आरोपियों के खिलाफ कुर्की के आदेश जारी हुए हैं। पुलिस दोनों की चल और अचल संपत्ति की पहचान कर रही है। दोनों फरार आरोपियों पर पुलिस जल्द ही इनाम घोषित करने की भी तैयारी कर रही है। कुर्की की कार्रवाई के लिए कमिश्नरेट पुलिस ने तैयारियां तेज कर दी है। एक टीम आरोपियों की संपत्ति की पहचान कर रही है वहीं दूसरी टीम फरार आरोपियों की तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है।
बीते साल जून में नोएडा पुलिस ने करीब 3 हजार से अधिक फर्जी फर्म बनाकर 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक के जीएसटी फर्जीवाड़े का खुलासा किया था। गिरोह के आरोपी इनपुट टैक्ट क्रेडिट का गलत और अवैध तरीके से लाभ उठा रहे थे। इस मामले में पुलिस ने अब तक करीब साढ़े तीन हजार शेल कंपनियों के बारे में जानकारी प्राप्त की है और अब तक पुलिस ने 30 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
एक आरोपी ने न्यायालय में आत्मसमर्पण भी किया है। 5 आरोपियों के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (एलओसी) जारी किए हैं। इस मामले में शामिल 3000 से अधिक फर्मों का भौतिक सत्यापन किया है। इनमें इनकी पहचान शेल कंपनियों के रूप में की गई है। अब पुलिस फरार आरोपियों की संपत्ति को कुर्क करेगी।
सेक्टर-20 थाने के प्रभारी निरीक्षक डीपी शुक्ल ने बताया कि सोमवार को फरार दो आरोपियों के कुर्की वारंट कोर्ट द्वारा जारी कर दिया गया है। इनमें सिरसा हरियाणा निवासी दीपक सिंघल और अंशुल गोयल शामिल हैं। इस मामले की जांच के लिए नोएडा कमिश्नरेट पुलिस ने एसआईटी बनाई है। एसआईटी की टीम इस मामले में फरार आरोपियों की जांच कर रही है। गिरोह के आठ आरोपियों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित हो चुका है। दो अरबपति कारोबारी भी पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं।