नई दिल्ली। नीट एग्जाम में हुई कथित गड़बड़ी को लेकर छात्रों में रोष देखने को मिल रहा है। इस बीच दिल्ली के जंतर-मंतर पर छात्रों ने धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में मौजूद छात्रों ने नारेबाजी करते हुए परीक्षा को रद्द कर फिर से कराने की मांग की।
छात्रों की मांग की है कि इस पूरे मामले की जांच हो और परीक्षा दोबारा कराई जाए। धरना दे रहे छात्रों को एनएसयूआई ने समर्थन दिया। प्रदर्शनकारियों में शामिल हर्ष विहार के रहने वाले छात्र विकास ने कहा कि हमारी मांग है कि सबसे पहले काउंसलिंग पर रोक लगाई जाए और परीक्षा फिर से कराई जाए। छात्र ने बताया कि परीक्षा में उसे 629 अंक मिले थे और रैंक 49515 था। छात्र का कहना है कि मेरा रैंक 12 से 16 हजार के बीच होना चाहिए।
परीक्षा में धांधली हुई है, यह साफ है। पटना पुलिस ने भी कहा था कि पेपर लीक हुआ है, 13 लोग गिरफ्तार हुए हैं। हालांकि, एनटीए इसे स्वीकार नहीं कर रही है, ऐसे में यह साफ है कि एनटीए अपनी गलतियों को छिपा रही है। एक अन्य छात्र निखिल ने कहा कि हमारी मांग है कि नीट परीक्षा फिर से होनी चाहिए और दोबारा होने वाली परीक्षा को एनटीए नहीं कराए। परीक्षा में धांधली हुई है, इस मामले में केस भी दर्ज हुआ है। हमारी मांग है कि जल्दी परीक्षा हो, हमें न्याय मिले।
आपको बताते चलें, नीट परीक्षा में हुई धांधली का आरोप के खिलाफ देश भर में छात्र संगठनों का विरोध-प्रदर्शन जारी है। इस मामले में तमाम छात्र संगठनों ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को भंग करने और नीट परीक्षा को फिर से कराने और इस पूरे मामले में केंद्र सरकार से निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में एनटीए द्वारा आयोजित नीट यूजी- 2024 परीक्षा के परिणाम जारी किए गए थे। परिणाम जारी होने के बाद छात्रों का आरोप है कि इसमें व्यापक स्तर पर गड़बड़ी तथा अनियमितता है। पहली बार ऐसा हुआ है, जब जारी किए गए परिणामों में 67 छात्र टॉपर हैं। प्रथम स्थान के 7 छात्र हरियाणा के एक ही सेंटर से आते हैं।