सांबा। बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में रविवार को जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में हिंदू समाज ने विरोध प्रदर्शन किया। वीर भूमि पार्क से शुरू हुई विरोध रैली शहर के मुख्य चौक पर जाकर समाप्त हुई। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदुओं के साथ हो रहे दुर्व्यवहार की कड़ी निंदा की। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए और उन्होंने बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों पर रोक लगाने के लिए भारतीय सरकार से त्वरित और सख्त कार्रवाई की मांग की।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हिंदू समाज बांग्लादेश में अपने समुदाय पर हो रहे हमलों को चुपचाप सहन नहीं करेगा। उन्होंने यह भी आग्रह किया कि भारत सरकार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस मुद्दे को उठाए और बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाए ताकि हिंदू समुदाय को न्याय और सुरक्षा मिल सके। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से यह अपील की कि वह बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाए। वहीं, शनिवार को श्री सनातन धर्म सभा ने जम्मू के रियासी और उधमपुर जिला मुख्यालयों में भी विरोध रैलियां निकाली थी।
इसी बीच इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता राधारमण दास ने शनिवार को दावा किया कि बांग्लादेश की राजधानी ढाका में अंतर्राष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ (इस्कॉन) के एक और मंदिर को उपद्रवियों ने आग लगा दी। दास ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “बांग्लादेश में एक और इस्कॉन नमहट्टा केंद्र को जला दिया गया है। मंदिर के अंदर मौजूद देवी-देवताओं और सभी वस्तुओं को पूरी तरह जला दिया गया। ढाका जिले के तुराग थाने के अधिकार क्षेत्र में धौर गांव में स्थित हरे कृष्ण नमहट्टा संघ के अंतर्गत आने वाले राधा कृष्ण मंदिर और महाभाग्य लक्ष्मी नारायण मंदिर में उपद्रवियों ने आग लगा दी।”