नई दिल्ली। भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर शुक्रवार को तंज कसते हुए कहा, “केजरीवाल भयभीत इसलिए हैं, क्योंकि उन्हें मालूम है कि 10 साल के उनके शासन में जो रिपोर्ट कार्ड बना है, उस पर दिल्ली की जनता जीरो नंबर देगी।” भाजपा सांसद की यह प्रतिक्रिया उस वक्त आई है, जब आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाते हुए कहा है कि केजरीवाल की सुरक्षा में तैनात पंजाब पुलिस को हटा दिया गया है।
न्यूज एजेंसी आईएएनएस से भाजपा सांसद ने कहा कि मैं केजरीवाल से पूछना चाहती हूं कि वह इतने भयभीत क्यों है। उन्हें तो जेड प्लस की सुरक्षा मिली हुई है तो उन्हें पंजाब पुलिस की सुरक्षा क्यों चाहिए। उन्होंने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि इन सभी मामलों को नियमों के अनुसार निपटाया जाता है। मैं केजरीवाल जी से पूछना चाहती हूं- क्या उनकी चिंता इसलिए पैदा हो रही है, क्योंकि दिल्ली के लोग एक दशक के रिपोर्ट कार्ड के बाद उनकी आम आदमी पार्टी सरकार को जीरो नंबर देने वाले हैं। दिल्ली सरकार बीते 10 साल में दिल्ली के लोगों को सड़क, बिजली पानी, स्वास्थ्य जैसी सुविधा देने में फेल हुई है।
उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग को केजरीवाल की सुरक्षा को लेकर पत्र लिखा है। दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि हमलावरों को भाजपा और केंद्र शासित दिल्ली पुलिस बचा रही है। बहुत बड़ी साजिश रची जा रही है। अरविंद केजरीवाल को जान से मारने की साजिश है और इस साजिश में दो खिलाड़ी हैं, एक तरफ हैं भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता, जो अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में जाकर हमला करते हैं, पत्थर फेंकते हैं, डंडे लेकर आते हैं, स्पिरिट के स्प्रे करते हैं और दूसरी तरफ हैं अमित शाह के अधीन आने वाली दिल्ली पुलिस।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और दिल्ली पुलिस की जुगलबंदी से अरविंद केजरीवाल की जान लेने की साजिश हो रही है। हम लगातार देख रहे हैं कि एक के बाद एक अरविंद केजरीवाल पर हमले हो रहे हैं। 24 अक्टूबर को विकासपुरी में दिल्ली पुलिस की नाक के नीचे अरविंद केजरीवाल पर हमला हुआ। जब सोशल मीडिया पर जांच करने गए तो हमलावर भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता निकला। दिल्ली पुलिस ने कुछ नहीं किया। अरविंद केजरीवाल पर फिर हमला हुआ 30 नवंबर को, जब वह मालवीय नगर में अपने पब्लिक इवेंट के लिए जा रहे थे और वहां पर उन्हें मैन हैंडल करने की, एसॉल्ट करने की कोशिश हुई।