बलिया। वाराणसी और बलिया समेत पूर्वांचल की चार अहम लोकसभा सीटों पर अंतिम चरण में एक जून को मतदान होना है। इस बीच सपा के कद्दावर नेता पूर्व मंत्री नारद राय के भाजपा में आने से भूमिहारों में सरगर्मी बढ़ी है। क्योंकि नारद ने भाजपा में कदम रखते ही माफिया मुख्तार अंसारी को लेकर ताबड़तोड़ बयानबाजी की है।
पूर्वांचल की बलिया, गाजीपुर, घोसी व वाराणसी में भूमिहार वोटरों की तादाद ठीक ठाक होने से नारद राय की भाजपा में एंट्री ने गर्मी के तापमान के साथ सियासी तापमान को भी बढ़ा दिया है। नारद राय के बयानों से लोगों को वह दौर याद आने लगा है, जब भाजपा विधायक कृष्णानंद राय व वाराणसी में अवधेश राय की सनसनीखेज हत्या हुई थी। जिसमें आरोप माफिया मुख्तार अंसारी पर लगे थे।
भाजपा में आने के बाद पूर्व मंत्री नारद राय ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर जो पोस्ट किया है, उससे चुनावी समीकरण पर होने वाले प्रभाव की चर्चा होने लगी है। नारद राय ने एक्स पर लिखा है कि ‘बलिया, गाजीपुर, घोसी व वाराणसी के सम्मानित मतदाता, उस अत्याचारी मुख़्तार अंसारी के परिवार से बदला लेने जा रहा है जिसने हमारे दो भाई हिंदू हृदय सम्राट कृष्णानंद राय और अवधेश राय की हत्या किया था।’
उन्होंने आगे एक और पोस्ट करते हुए अपील किया है। जिसमें लिखा ‘सम्मानित मतदाताओं से करबद्ध अपील है एक जून को शाम छह तक कमल वाला बटन इतना दबा दें की कब्र में तूफ़ान आ जाये और हमारे दोनों भाइयों की आत्मा को शांति मिले।’
इसके पहले उन्होंने सपा से अलग होते ही कहा था कि ‘जिस माफिया के परिवार को कभी पार्टी में शामिल कराने पर खफा होकर नेता जी (मुलायम सिंह यादव) से बगावत कर लिया था, आज उनसे इतना मोह हो गया कि उसके इशारे पर अखिलेश यादव पार्टी के फैसले ले रहे हैं।’ नारद के एकाएक माफिया मुख्तार अंसारी के परिवार पर हमले से चुनावी गणित भाजपा के पक्ष में जाती दिख रही है।