Friday, July 26, 2024

नोएडा में जीआईपी मॉल पर चला ईडी का डंडा,किया गया जब्त,जानें पूरा मामला 

नोएडा। ईडी ने इंटरनेशनल एम्यूजमेंट लिमिटेड कंपनी की 291.18 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क की हैं। मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच करते हुए ये कार्रवाई की गई है। इसमें नोएडा के जीआईपी मॉल में स्थित अनसोल्ड कॉमर्शियल स्पेस भी शामिल हैं।

बता दें कि ईडी ने गुरुवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के तहत नोएडा के फेमस जीआईपी मॉल सहित मनोरंजन और मनोरंजन सेवाएं प्रदान करने वाली एक कंपनी की 290 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति कुर्क की है। इसमें जीआईपी मॉल की अनसोल्ड कॉमर्शियल स्पेस शामिल है।

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प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को बताया  कि नोएडा में स्थापित की गई कंपनी इंटरनेशनल एम्यूजमेंट लिमिटेड (इंटरनेशनल रिक्रिएशन एंड एम्यूजमेंट लिमिटेड (IRAL) की होल्डिंग कंपनी पर गुरुग्राम के सेक्टर 29 और 52-A में दुकानों/अन्य जगह के आवंटन के वादे पर लगभग 1,500 निवेशकों से 400 करोड़ रुपये से अधिक निवेश हासिल करने का आरोप है। उक्त इकाई अपने प्रोजेक्ट को तय डेडलाइन के भीतर पूरा करने में नाकाम रही। ईडी ने ये भी कहा कि निवेशकों को हर महीने मिलने वाले रिटर्न का भुगतान भी नहीं किया गया।

 

प्रवर्तन निदेशालय द्वारा शेयर की गई जानकारी के मुताबिक, कुर्क की गई इंटरनेशनल एम्यूजमेंट लिमिटेड की 291.18 करोड़ रुपये की संपत्तियों में नोएडा के सबसे बड़े ग्रेट इंडिया प्लेस मॉल (GIP) में 3,93,737.28 वर्ग फुट के अनसोल्ड कमर्शियल स्पेस, एडवेंचर आइलैंड लिमिटेड, रोहिणी के नाम पर 45,966 वर्ग फुट का कमर्शियल स्पेस और जयपुर के दौलतपुर गांव तहसील में इंटरनेशनल एम्यूजमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के नाम पर 218 एकड़ जमीन शामिल है।

ईडी ने आरोप लगाया कि नोएडा से शुरू की गई  इंटरनेशनल रिक्रिएशन एंड एम्यूजमेंट लिमिटेड के डायरेक्टर्स/प्रमोटर्स ने निवेशकों के फंड को अन्य संबंधित संस्थाओं के पास जमा करने और फिर सस्ते मूल्यांकन पर कंपनी को बेचने और निवेशकों की सभी देनदारियों से छुटकारा पाने के पूर्व नियोजित इरादे से 400 करोड़ रुपये से अधिक की हेराफेरी की। रिपोर्ट के मुताबिक, यह आदेश 28 मई को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के प्रावधानों के तहत जारी किया गया था और अब संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई को अंजाम दिया गया है।

मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के दौरान ईडी को ये भी पता चला कि नोएडा शहर में स्थपित की गई जिस कंपनी की संपत्तियों को कुर्क किया गया है, उसने निवेशकों से जुटाए गए पैसों को निजी खातों में ट्रांसफर कर दिया था। गौरतलब है कि Noida GIP Mall खासा फेमस है और हर दिन यहां पर बड़ी संख्या में लोग मॉल में घूमने, शॉपिंग करने और यहां मौजूद वाटर पार्क और एम्युसमेंट पार्क में एक्टिविटीज करने के लिए पहुंचते हैं. ये नोएडा के सबसे बड़ा मॉल्स में शुमार है और यहां पर तमाम बड़े ब्रांड्स के शोरूम मौजूद हैं। यहां के एडवेंचर स्पॉट में मजे लेने के लिए बाहर से भी लोग पहुंचते हैं। यह भी बताना जरूरी है कि नोएडा का GIP Mall अपनी स्थापना के समय से ही विवादित रहा है।

 

नोएडा में GIP Mall बनाने के लिए नोएडा प्राधिकरण से जमीन का आवंटन कराया गया था। नोएडा के प्राइम लोकेशन पर इस जमीन का आवंटन ततकालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की सरकार में वर्ष 2006 में हुआ था। उस समय यह एक कंपनी को किया गया नोएडा का सबसे बड़ा आवंटन था। यह आवंटन उस समय सत्ता की दलाली करने वाले ठा. अमर सिंह ने नोएडा प्राधिकरण पर दबाव डालकर कराया था। नोएडा के इस भूमि आवंटन में उस समय सैकड़ों करोड़ रूपए का घोटाला हुआ था। ईडी की रेड के बाद नोएडा का GIP Mall एक बार फिर से चर्चा में आ गया है।

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