Saturday, November 2, 2024

इंद्रियों पर विजय प्राप्त करने वाला ही संत कहलाता है: पुष्पदंत

मुजफ्फरनगर। जैन औषधालय में विराजमान आचार्य ने अपनी वाणी से सबको संबोधित करते हुए कहा कि जैन धर्म में अष्ठानिका महापर्व चल रहा है  अष्ठानिका महापर्व में सिद्धचक्र महामंडल विधान करने का सौभाग्य जिन सरावको को मिलता है वह बहुत ही धन्य श्रावक होते हैं।

सिद्धचक्र महामंडल विधान का महत्व क्या है आप सभी लोग जानते हैं किस प्रकार से आठ दिन तक भगवान का अभिषेक करने के बाद गंदोधक को लगाकर श्रीपाल का कुष्ठ रोग मैना सुंदरी ने समाप्त किया। आप सभी लोग प्रतिदिन अभिषेक पूजन विधान करके अपने कर्मों की निर्जरा करें। सिद्धचक्र महामंडल विधान में 8 दिन तक जो इस विधान में बैठकर भगवान की भक्ति करता है, वह कभी भी अपनी जिंदगी में कष्ट नहीं पाएगा।

गणआचार्य पुष्पदंत सागर महाराज ने कहा कि जो भी व्यक्ति अपने इंद्रियों पर विजय प्राप्त कर लेता है वही संत कहलाता है। संत बनकर अपने जीवन में परिवर्तन लाना अपनी इंद्रियों पर विजय प्राप्त करके इस दिगंबर अवस्था में आप सभी को जैन धर्म का उपदेश देता है, जिस प्रकार से संसार में सभी जीव जंतु प्रकृति के अनुसार सर्दी गर्मी और बरसात के दिनों में बिना किसी परिग्रह के रहकर अपना जीवन यापन करते हैं, ठीक उसी प्रकार से दिगंबर मुनि भी प्रकृति के नियम के अनुसार सर्दी गर्मी बरसात में उसी तरह रहते हैं।

हम भी प्रकृति के नियम अनुसार चलकर उसी तरह बिन वस्त्रों के दिगंबर मुद्रा में पूरा जीवन यापन करते हैं। आप सभी को मैं यही कहना चाहता हूं कि आप सभी अपने मंदिर में जो धार्मिक प्रोग्राम होते हैं, उनमें पूरे परिवार व बच्चों के साथ सहभागिता किया करें, ताकि आपके बच्चों के में भी जैन धर्म के संस्कार आए और वह भी अपने धर्म को जान सके।

आप अपने बच्चों को अपने मंदिरों में लाएंगे तभी वह जैन धर्म की जानकारी को जान पाएंगे जो कि बहुत जरूरी है हम सभी के लिए कल फिर मिलेंगे, किसी नए टॉपिक के साथ आप सभी अपने सभी साथियों को साथ लेकर आएं एवं धर्म प्रभावना का लाभ लें। मैं चाहता हूं कि इस वर्षायोग आप सभी को जीने की कला से रूबरू करारू और भगवान महावीर की वाणी को जन-जन तक पऊचाऊ।

मंच संचालन पुनीत जैन ( जिनेंद्र एजेंसी) द्वारा किया गया एवड्ड पुष्पदंत सागर वर्षायोग समिति के सभी सदस्यों ने आज के कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

- Advertisement -

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

Related Articles

STAY CONNECTED

74,306FansLike
5,466FollowersFollow
131,499SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय