विजयपुरा (कर्नाटक)| कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को लिंगायत बहुल उत्तरी कर्नाटक में प्रचार अभियान के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ अपने तीखे हमले के क्रम में 12वीं सदी के समाज सुधारक बसवन्ना का जिक्र किया। वह राज्य के अपने दो दिवसीय दौरे के पहले दिन रविवार को यहां एक विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे। राज्य में 10 मई को विधानसभा चुनाव होना है।
राहुल गांधी ने कहा कि मध्ययुगीन समाज सुधारक ने जहां सामाजिक समानता और जरूरतमंदों की मदद करने की सीख दी थी, उसके उलट प्रधानमंत्री बिजनेस टाइकून गौतम अडानी से दोस्ती कर, उनकी मदद कर उन्हें अमीर से और अमीर बनाने में लगे हैं।
कांग्रेस नेता, जिन्हें लोकसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया है, और अपना आधिकारिक आवास खाली कर चुके हैं, ने कहा कि उन्हें सच बोलने की सजा दी गई, मगर वह सच बोलना जारी रखेंगे।
राहुल गांधी ने कहा, जब मैंने अडानी के साथ प्रधानमंत्री के रिश्तों के बारे में सवाल किया, तो उन्होंने लोकसभा के रिकॉर्ड से मेरा भाषण मिटा दिया, लेकिन लोकसभा एकमात्र ऐसी जगह नहीं है, जहां मैं सच बोल सकता हूं। मैं हर जगह, यहां तक कि यहां, आप सबके सामने भी सच बोल सकता हूं और बोल रहा हूं।
उन्होंने भ्रष्टाचार के मुद्दों को लेकर राज्य की भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री और भाजपा बसवन्ना का जिक्र करते हैं, लेकिन उनके मूल्यों पर अमल नहीं करते।
राहुल ने कहा, “राज्य की मौजूदा सरकार लोगों द्वारा नहीं चुनी गई थी। उन्होंने विधायक खरीदकर सरकार बनाई है, जो भ्रष्टाचार में लिप्त है। लेकिन इस बार उन्हें मौका नहीं मिलेगा, क्योंकि कांग्रेस 150 सीटें जीतेगी और इस 40 फीसदी कमीशन खाने वाली भाजपा सरकार को केवल 40 सीटें मिलेंगी।”
यह कहते हुए कि केंद्र की पिछली यूपीए सरकार ने जाति-आधारित सर्वेक्षण तैयार किया था, राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को चुनौती दी कि वे इसके निष्कर्ष जनता के लिए जारी करें।
इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने एक विशाल रोड शो में हिस्सा लिया।
उन्होंने रविवार को बसव जयंती के अवसर पर कुदाल संगम में बसवन्ना मठ जाकर दर्शन भी किए।