भोपाल । राहुल गांधी ने शनिवार को मध्य प्रदेश में अपनी पहली सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए सत्तारूढ़ भाजपा पर तंज कसा। राहुल गांधी ने शिवराज सिंह चौहान सरकार पर राज्य को देश में “भ्रष्टाचार का केंद्र” बनाने का आरोप लगाया है।
राहुल गांधी ने मालवा क्षेत्र के शाजापुर जिले के कालापीपल विधानसभा क्षेत्र में रैली को संबोधित करते हुए ‘व्यापम घोटाले’ का हवाला दिया।
उन्होंने कहा, एमबीबीएस की डिग्रियां बेची जा रही हैं, परीक्षा के पेपर लीक कर बेचे जा रहे हैं और महाकाल लोक कॉरिडोर के निर्माण में भ्रष्टाचार किया गया है।
राहुल गांधी ने शाजापुर में कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा में दावा किया कि उनकी पार्टी (कांग्रेस) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भाजपा की विचारधाराओं के खिलाफ लड़ रही है। एक तरफ कांग्रेस है और दूसरी तरफ आरएसएस और भाजपा है। एक तरफ नफरत और हिंसा है और दूसरी तरफ प्यार, सम्मान और भाईचारा है।
मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार पर भारी बारिश और सूखे के कारण फसल बर्बाद होने वाले किसानों को पर्याप्त मुआवजा नहीं देने का आरोप लगाते हुए कहा, ”कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ में किसानों को विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित किया गया है।”
उन्होंने कहा, हमने 2018 में छत्तीसगढ़ के लोगों से किए गए सभी वादे पूरे किए हैं। वास्तविकता जानने के लिए कोई भी छत्तीसगढ़ का दौरा कर सकता है।
राहुल गांधी ने महिला आरक्षण विधेयक पर कांग्रेस का रुख दोहराया और इसमें ओबीसी महिलाओं के लिए आरक्षण पर जोर दिया। उन्होंने कहा, जब मैं सवाल पूछता हूं कि देश में कितने दलित, ओबीसी, आदिवासी, जनरल हैं तो पीएम मोदी इस पर चुप्पी साध लेते हैं। केंद्र में सरकार बनने के बाद हम सबसे पहला काम जातीय जनगणना कराएंगे।
राहुल गांधी ने अपना दावा दोहराया कि देश को केंद्र में कैबिनेट सचिव और सचिवों सहित केवल 90 अधिकारी चला रहे हैं, जबकि भाजपा सांसदों और विधायकों की देश में नीतियां और कानून बनाने में कोई भूमिका नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाया कि निर्वाचित भाजपा सदस्यों के बजाय आरएसएस और नौकरशाह कानून बना रहे हैं।