मथुरा। कान्हा की नगरी मथुरा में कथित रूप से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी बनकर आए कुछ लोगों ने शुक्रवार को एक सर्राफा व्यवसायी के आवास पर लूट की घटना को अंजाम देने का प्रयास किया, लेकिन व्यापारी की सजगता के कारण सफल नहीं हो पाए। कॉलोनी में शोर शराबा हाेने पर भीड़ एकत्रित हो गई और फर्जी ईडी की टीम काे वहां से गाड़ी में बैठकर भागना पड़ा। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची और कथित रूप से एक जांच एजेंसी का हवाला देने वालाें की तलाश शुरू कर दी है।
महानगर के गोविंद नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत राधा ऑर्किड कॉलोनी में एक कार में सवार होकर खुद काे ईडी का अधिकारी बताने वाले दो व्यक्ति, एक महिला और एक पुलिस की वर्दी पहनकर फर्जी दरोगा शुक्रवार प्रात 7ः00 के लगभग अश्वनी अग्रवाल सर्राफ के आवास पर पहुंचे। वहां उन्होंने अश्वनी अग्रवाल को फर्जी सर्च वारंट दिखाकर घर की तलाशी लेने की बात कही।
इस बीच सर्राफा व्यवसायी अश्विनी अग्रवाल ने उनके साथ आए कथित वर्दी धारी से पूछा कि आप किस थाने से आए हैं तो उसने बताया कि वह जनपद के गोविंदपुरम थाने से आया है। यह सुनकर उनका माथा ठनक गया, क्याेंकि जिले में इस नाम का काेई थाना ही नहीं है। उन्होंने तुरंत घर से बाहर भाग कर मथुरा वृंदावन नगर निगम के मेयर विनोद अग्रवाल के आवास पर इसकी जानकारी दी कि कुछ लोग उनके घर में घुस आए हैं और खुद काे ईडी की टीम बता रहे हैं। उनका शोर शराबा सुनकर और भी अड़ौसी – पड़ौसी एकत्रित हो गए।
उन्होंने जब उन कथित ईडी के लोगों से पूछा कि आप कौन हैं और कहां से आए हैं ताे कथित लाेग एक-दूसरे काे देखने लगे। इधर, भीड़ को जमा हाेता देखकर वह लोग सकपका गए और गाड़ी में बैठकर भाग गए। इसकी जानकारी तत्काल एसएसपी और गोविंद नगर थाना पुलिस को दी गई।
मौके पर पहुंचे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश पांडे बताया कि कॉलोनी सहित मसानी रोड पर लगे सभी सीसीटीवी कैमराें को खंगाला जा रहा है। समूचे घटनाक्रम की रिकॉर्डिंग सीसीटीवी में कैद हो गई है। जिस सफेद रंग की कार से वे लोग आए थे, उसकी तलाश की जा रही है। एसएसपी ने बताया कि जिस गाड़ी में एक जांच एजेंसी बताने वाले कथित लोग आए थे उसको ट्रेस कराया जा रहा है, पूरे जिले में नाकाबंदी कर दी गई है। वह लोग जाे भी हैं जल्दी पकड़े जाएंगे।