देहरादून। उत्तराखंड में मानसून की बारिश से इन दिनों आम जनजीवन अस्त-व्यस्त है। भारी बारिश से कुमाऊं से लेकर गढ़वाल तक सड़कें अवरुद्ध हैं। नदियां भी उफान पर हैं। वहीं कुमाऊं मंडल के सभी छह जिलों के सभी विद्यालय बंद हैं जबकि गढ़वाल मंडल के पौड़ी व रुद्रप्रयाग जिले के सभी स्कूलों में छुट्टी कर दी गई है। कुल मिलाकर मानसून की बारिश उत्तराखंड के लिए आफत बन गई है।
मानसून में कहीं किसी को कोई परेशानी न हो, इसके लिए राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हर स्तर पर नजर रखे हुए हैं। मुख्यमंत्री धामी ने शनिवार को कैंप कार्यालय पर गढ़वाल कमिश्नर और वर्चुअल माध्यम से जुड़े कुमाऊं कमिश्नर के साथ बैठक कर भारी बारिश के बाद प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर परिस्थिति की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आपदा की स्थिति में राहत एवं बचाव कार्य के लिए जिला और तहसील प्रशासन को 24 घंटे अलर्ट पर रखा जाए। जलभराव की स्थिति में आपदा प्रभावितों के रहने-खाने का उचित प्रबंधन किया जाए।
धामी ने कहा कि तहसील स्तर पर स्थापित कंट्रोल रूम से भी लगातार संपर्क बनाकर रखा जाए। साथ ही सड़कों के बंद होने की स्थिति में उन्हें तत्काल खोलने की व्यवस्था की जाए। मौसम विभाग की चेतावनी एवं स्थानीय मौसम संबंधी गतिविधियों के आधार पर ही स्कूलों को खोलने और बंद करने का निर्णय लेने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया।