मेरठ। पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले का मुख्य आरोपी राजीव नयन मिश्रा वर्ष 2010 के बाद से कई प्रदेशों में परीक्षाओं के पेपर लीक कराने लगा था। उसने करोड़ों रुपये की अकूत संपत्ति जुटा ली थी। काली कमाई से प्रयागराज में एक अस्पताल भी खोल लिया। अस्पताल राजीव की पत्नी संचालित करती है। एसटीएफ जानकारी जुटा रही है कि राजीव के किन-किन लोगों से गहरे संबंध थे।
एडीजी कानून-व्यवस्था एवं एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि मूल रूप से प्रयागराज निवासी राजीव ने सत्य साई यूनिवर्सिटी, भोपाल से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। वहभोपाल में महर्षि पतंजलि योग केंद्र के पास रहता है।
एसटीएफ की नोएडा यूनिट के एएसपी राजकुमार मिश्रा और डिप्टी एसपी नवेंदु कुमार को सूचना मिली कि राजीव दिल्ली आया है और वह किसी से मिलने एलजी चौक, ग्रेटर नोएडा आएगा।
2010 में बीटेक करने के दौरान उसकी मुलाकात बिहार के मधुबनी निवासी सुभाष प्रकाश एवं अतुल वत्स से हुई। दोनों भोपाल के विभिन्न कॉलेजों में पैसा लेकर एडमिशन कराने का गैंग चलाते थे।
2019 में उसकी मुलाकात भोपाल निवासी तरुणेश अजारिया उर्फ गुरुजी से हुई, जो पेपर लीक कराकर भर्ती कराने का गैंग चलाता था। राजीव नयन ने अपना कंसलटेंटी का ऑफिस खोल लिया। इसके जरिए वह युवाओं को नौकरी लगवाने का झांसा देकर पेपर आउट कराता।