मोरना। गांव बेलड़ा नहर पुल के पास खड़ा सीमल का विशालकाय पेड़ बुधवार को अचानक टूटकर गिर गया था। रास्ते के बीच पेड़ के गिरने के बाद कई गांव का संपर्क बेलड़ा से टूट गया था। गुरुवार को भाकियू के राकेश टिकैत ने मौके पर जाकर टूटे पेड़ को संरक्षित कर धरोहर के रूप में संजोने की मांग प्रशासन से की है।
बेलड़ा गंग नहर पुल पर पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ.राकेश टिकैत ने कहा कि यह प्राचीन पेड़ मुजफ्फरनगर की ऐतिहासिक धरोहर है। गंग नहर के निर्माण के दौरान पटरी पर अनेक प्रकार के पेड़ लगाये गए थे, तभी से यह पेड़ प्रकृति को हरा भरा कर रहे हैं। टूटे हुए पेड़ को बेलड़ा गेस्ट हाउस में संग्रहालय के रूप में रखा जाए, जिससे आने वाले पर्यटक इस विशालकाय पेड़ को देख सकें। शासन प्रशासन बड़ी मशीनों से पेड़ को उठवाकर इसे सुरक्षित करे।
इस अवसर पर मुख्य रूप से भाकियू के ब्लॉक अध्यक्ष पुष्पेंद्र उर्फ बिट्टू प्रधान, प्रदीप शर्मा, अजय कुमार, पवन राठी, आमिर सुल्तान आदि मौजूद रहे।
पेड़ पर लगी लकड़ी माफियाओं की नजर- कटे हुए सीमल के विशालकाय पेड़ पर लकड़ी माफिया सक्रिय हो गए हैं। पेड़ की कीमत लाखों में बताई जा रही है। सिंचाई विभाग के अवर अभियंता वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि इस पेड़ के सम्बंध में उच्चाधिकारियों के कोई आदेश निर्देश अभी प्राप्त नही हुए हैं।