मथुरा। वृंदावन ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में शनिवार के बाद रविवार को भी भक्तों की भारी भीड़ का दबाव कम न हुआ। भीड़ से हालात बिगड़ते रहे और घंटों भीड़ के दबाव में श्रद्धालु रेंगते हुए मंदिर तक पहुंचे। विद्यापीठ व जुगलघाट से मंदिर तक पहुंचने में श्रद्धालुओं को करीब डेढ़ घंटे का समय लगा। मंदिर के अंदर श्रद्धालुओं के ठहराव से हालात बदतर होते रहे। मंदिर की गलियों में सुबह से शाम तक आपाधापी का माहौल बना रहा।
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में रविवार की सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ दर्शन के लिए पहुंचना शुरू हो गई। मंदिर के रास्तों में पुलिस ने बैरियर पर श्रद्धालुओं को रोकना शुरू किया, तो हालात बदतर होते चले गए। श्रद्धालुओं का दबाल लगातार बढ़ रहा था और आगे बढ़ने की अनुमति श्रद्धालुओं को इसलिए नहीं मिल रही थी कि मंदिर के अंदर ठहराव खत्म नहीं हो रहा था। मंदिर के अंदर श्रद्धालुओं के ठहराव ने व्यवस्थाओं को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। जबकि गलियों में भीड़ के दबाव में हालात बदतर हो गए। मंदिर चबूतरे पर पहुंचते ही श्रद्धालुओं में आपाधापी का माहौल बन रहा था।
पुलिस और मंदिर प्रशासन व्यवस्थाओं सभालते रहे और श्रद्वालुओं को धीरे-धीरे एक- एक करके आरध्य के दर्शन कराते देखे गये। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर सेवायत श्रीनाथ गोस्वामी ने बताया शरद ऋतु में ठाकुर के दर्शन समय के साथ भोग राग और पोशाक में रविवार से बदलाव हो गया है। अब ठाकुरजी को हल्के गर्म कपड़े की पोशाक ही दीपावली के बाद से धारण करवाई गई है। गर्म पोशाक के साथ ठाकुरजी को भोग में सूखे मेवा की मात्रा में बढ़ोत्तरी कर दी गई है। ठाकुरजी को सर्दी से बचाव के लिए अब फूलों की माला की जगह मोदी का हार पहनाया जाएगा। फूलों से अब ठाकुरजी को दूर रखा जाएगा। मंदिर में भी फूलों की सजावट पर प्रतिबंध हो जाएगा। बांकेबिहारीजी मंदिर में दर्शन सुबह 8.45 से दोपहर 1 बजे और शाम 4.30 से रात 8.30 तक खोले जा रहे है।