शामली। जिलाधिकारी का आवासीय पता बदल गया है। जिलाधिकारी अब नवीन जिला मुख्यालय स्थित अपने स्थायी आवास में शिफ्ट हो गए हैं। अब जिलाधिकारी का कैंप कार्यालय अपने नए सरकारी आवास से ही संचालित होगा।
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जनपद की स्थापना 28 सितंबर 2011 को तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने मुजफ्फरनगर जनपद को विभाजित कर शामली को उत्तर प्रदेश का 73 वां जनपद घोषित किया था। जिला बनने पर प्रथम जिलाधिकारी अजय कुमार सिंह के लिए स्थानीय अपर दोआब शुगर मिल स्थित गेस्ट हाउस को जिलाधिकारी कैंप कार्यालय बनाकर जिले का संचालन शुरू किया गया था। तब से 13 वर्षों में अबतक 14 जिलाघिकारी जनपद में तैनात हुए हैं।
जिलाघिकारी के सरकारी आवास का निर्माण ग्राम गोहरनी-भैंसवाल के बीच जवाहर नवोदय विद्यालय के निकट बीते करीब 8 वर्षों से चल रहा है। इस अवधि में जितने भी जिलाधिकारी तैनात हुए उन्होंने आवास का निर्माण पूरा कराने में कोई ज्यादा रूचि नहीं दिखाई, जिसके चलते करोड़ों रुपए खर्च के बावजूद जिलाधिकारी के आवास का कार्य पूरा नहीं हो सका और मामला अधर में लटका रहा।
जिलाधिकारी अरविन्द कुमार चौहान ने जनपद का चार्ज लेते ही जिलाधिकारी आवास के निर्माण को लेकर तैयारी तेज कर दी, लेकिन शुरू में निर्माण इकाई और प्रशासनिक अधिकारियों ने इसे हल्के में लिया, लेकिन जिलाधिकारी की रूचि और सक्रियता को देखकर उन्होंने अपनी लाईन बदली और कार्य को तेजी से पूरा करना शुरू किया।
प्रारंभ में जिलाधिकारी का प्रयास दिवाली पर नए सरकारी आवास में शिफ्ट होने की योजना थी, लेकिन कार्य पूर्ण न होने के कारण इसे थोड़े दिनों के लिए टाल दिया गया। सबकुछ दुरुस्त होने पर बीती शाम जिलाधिकारी अरविन्द कुमार चौहान नवीन जिला मुख्यालय पर अपने नए सरकारी आवास में परिवार सहित शिफ्ट हो गए। करीब 13 वर्ष दो महीने तक जिलाधिकारी शहर में अपर दोआब शुगर मिल के गेस्ट हाउस में रहे। अब जिलाधिकारी का सरकारी आवास का पता जिलाधिकारी, नवीन जिला मुख्यालय, निकट जवाहर नवोदय विद्यालय शामली होगा।