मुजफ्फरनगर। राजकीय इंटर कालेज के मैदान में भारतीय किसान यूनियन के धरने का आज चौथा दिन था। आज भी किसानों की संख्या ट्रैक्टर-ट्राली और तम्बुओं के साथ और बढ़ गयी है।
जनपद के किसानों के साथ-साथ अन्य जनपदों के किसानों ने भी राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में अपने-अपने तम्बू गाड़ लिए हैं। भोजन इत्यादि और अन्य वस्तुओं की निगरानी और देखरेख के लिए एक कमेटी का गठन कर दिया गया है। धरनास्थल पर पूरा दिन ग्रामीण क्षेत्र से किसान खाद्यान्न सामग्री व अपने हुक्का और खाट के साथ पहुंचे। किसानों ने धरना स्थल पर चल रहे भंडारे में दाल, चावल का प्रसाद ग्रहण किया।
दोपहर में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत भी धरना स्थल पर पहुंचे और किसानों से मिले और धरना स्थल पर चल रही सभा को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि सरकार किसानों के साथ वादाखिलाफी कर रही है, जिससे किसानों के सम्मान को बार-बार ठेस पहुंच रही है और किसान अपने आप को ठगा महसूस कर रहा है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने अब तक भी गन्ने का भाव घोषित नहीं किया है। उत्तर प्रदेश में भी एक सरकार है और हरियाणा में भी। हरियाणा सरकार ने गन्ने पर 10 रूपये बढ़ा दिए पर उत्तर प्रदेश सरकार ने अब तक भी इसके बारे में कोई पहल नहीं की।
उत्तर-प्रदेश के बहुत से चीनी मिलों पर आज भी पिछले सत्र का गन्ने का बकाया भुगतान बाकी है। किसानों के सामने पूरे देश में बिजली की समस्या और बीज व उर्वरक की समस्या बड़े पैमाने पर उभर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों का सम्मान करें और लम्बित मुद्दों को जल्द से जल्द हल करें।
उन्होंने कहा कि बजट से देश के किसान को बहुत आस है। पिछले बजट में किसान के हाथ-पल्ले कुछ नहीं आया, लेकिन फिर भी हमें सरकार से अब भी उम्मीद बाकी है कि सरकार एक किसान हितैषी बजट लेकर आएगी।
आज धरना स्थल पर कल पेश होने वाला बजट किसानों के बीच में चर्चा का विषय बना रहा और किसानों ने इसके बारे में पूरा दिन एक दूसरे से आशा के साथ चर्चा की कि सरकार इस बार पूर्व की तरह निराशा वाला बजट न पेश करें। इस बार बजट किसानों के फायदे वाला हो।