मुजफ्फरनगर। जनपद में 11 दिन पूर्व भारत फाइनेंस के एक कर्मचारी से हुई लाखों रुपए की लूट का पुलिस ने सोमवार को खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जिनके कब्जे से पुलिस ने 60 हज़ार रुपये की नगदी एक बायोमेट्रिक मशीन और कुछ डॉक्यूमेंट भी बरामद किये है।
दरअसल खतौली कोतवाली क्षेत्र में बीती 8 जून को भारत फाइनेंस के एक कलेक्शन एजेंट अक्षय मलिक के साथ बाइक सवार 4 हथियारबंद बदमाशों ने कलेक्शन कर लाए जा रहे एक लाख 23 हजार रुपये लूट लिए थे।
जिसके चलते पुलिस ने इस मामले में तुरंत मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए थे इस मामले में पुलिस ने आज दो अभियुक्त गौरव और विक्रांत को गिरफ्तार किया है जिनके पास से पुलिस ने लूटे गए 60 हज़ार रुपये की नगदी एक बायोमेट्रिक मशीन और कुछ डॉक्यूमेंट भी बरामद किए हैं। बहराल इस मामले में जहां दो अभियुक्त अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं तो वहीं गिरफ्त में आए इन दोनों आरोपियों को पुलिस ने पूछताछ के बाद जेल भेज दिया है।
इस घटना के बारे में अधिक जानकारी देते हुए एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि पिछले सप्ताह थाना क्षेत्र खतौली में एक फाइनेंस कर्मी से लूट हुई थी जिसमे पुलिस ने तुरंत घटना का संज्ञान लेते हुए अलग-अलग टीमें बनाकर इसपर काम कर रही थी, पुलिस द्वारा काफी मशक्क्त व् अलग-अलग जगह पर सीसीटीवी फुटेज चेक करने के बाद आज इस घटना का अनावरण किया है जिसमे फिलहाल 2 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है एवं इन दोनों अभियुक्तों ने पूछताछ करने पर बताया है कि टोटल 4 लोग घटना में शामिल थे और जो 2 अभियुक्त पुलिस ने गिरफ्तार किये है उनके नाम है गौरव पुत्र सुबेसिंह ये जनपद हापुड़ का रहने वाला है और इसके आलावा विक्रांत उर्फ़ विकास है जोकि बुआडाक्ला थाना खतौली का रहने वाला है वही इसके आलावा 2 अभियुक्त और है जो अभी वंचित है उनको भी पुलिस जल्द गिरफ़्तार करेगी।
इन अभियुक्तों के कब्जे से पुलिस ने 60 हजार रूपये नगद बरामद किये है व् जो फाइनेंस कर्मी बायोमेट्रिक मशीन यूज किया करते थे उसको बरामद किया है और इनके पास से जो बाइक मिली है उसके बारे में पुलिस तस्दीक कर रही है क्योकि प्रथम दृष्ट्या ये अभी मोटरसाइकिल को फर्जी नंबर प्लेट लगाकर यूज कर रहे थे साथ ही इनके पास से अवैध असलाह भी बरामद किया है, पुलिस सभी एंगल से इसकी जाँच कर रही है अगर इनके फिजिकल एविडेन्स में किसी भी बैंक कर्मी या फाइनेंस कर्मी की अगर मिलीभगत पाई जाएगी तो उसके खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी।