मुजफ्फरनगर। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन पर लगातार हो रहे हमलों और PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) समाज के साथ हो रहे कथित अत्याचारों के विरोध में समाजवादी पार्टी ने बुधवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आह्वान पर हुआ। इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट परिसर में धरना देते हुए राष्ट्रपति के नाम सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप को ज्ञापन सौंपा और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।
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सपा सांसद हरेंद्र मलिक ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि देशभर में दलितों और कमजोर वर्गों पर अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि “देश में अघोषित आपातकाल लागू है। पत्रकार संजय शर्मा का चैनल बंद किया गया और नेहा सिंह राठौड़ का उत्पीड़न किया जा रहा है। विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश हो रही है।”
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उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी PDA वर्ग की रक्षा और संविधान की गरिमा बचाने के लिए सड़कों पर उतरी है। “संविधान में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। मतभेद विचारों में हो सकते हैं, मगर दबाव और दमन के जरिए लोकतंत्र को कुचला नहीं जा सकता।”
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सांसद हरेंद्र मलिक ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के साथ की गई कथित छेड़छाड़ को शर्मनाक बताया। उन्होंने कहा कि “बाबा साहब संविधान निर्माता हैं, उनकी बराबरी कोई नहीं कर सकता। सरदार पटेल के साथ भी भाजपा ने ऐसा ही किया था जब अमित शाह की तुलना उनसे की गई थी।” उन्होंने कहा कि “संविधान हमें बोलने और आगे बढ़ने का अधिकार देता है, जिसकी रक्षा हमारा कर्तव्य है।”
जातिगत जनगणना पर प्रतिक्रिया देते हुए हरेंद्र मलिक ने कहा कि यह विपक्ष की जीत है। उन्होंने कहा, “सरकार को आखिरकार जनभावनाओं के आगे झुकना पड़ा है और हमें इसका स्वागत करना चाहिए।”
सपा जिला अध्यक्ष जिया चौधरी ने कहा कि प्रदेश में अराजकता का माहौल है। उन्होंने आरोप लगाया कि रामजीलाल सुमन और अखिलेश यादव को मारने की धमकी दी गई है और पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। उन्होंने कहा कि “प्रदेश में सरकार की शह पर संविधान और लोकतंत्र पर हमला हो रहा है, जिसके विरोध में समाजवादी पार्टी पूरे प्रदेश में प्रदर्शन कर रही है।”
महापुरुषों के चित्रों से छेड़छाड़ के आरोपों पर बोलते हुए सपा नेताओं ने कहा कि जब समाजवादी पार्टी ने अंबेडकर का चित्र प्रकाशित किया, तब उस पर सवाल उठाए गए, लेकिन जब भाजपा ने अमित शाह को सरदार वल्लभभाई पटेल के साथ चित्रित किया, तब कोई सवाल नहीं पूछा गया।
उन्होंने भाजपा नेताओं से पूछा कि “अगर आप हर समय अंबेडकर-अंबेडकर करते हैं, तो भगवान का भी इतना नाम लेते तो शायद भगवान भी दर्शन दे देते।” उन्होंने इस बयान के लिए भाजपा नेताओं से जवाब मांगा।