बेगूसराय (बिहार)। केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि अभी तक विपक्ष और कांग्रेस राम को काल्पनिक कहते रहे लेकिन अब उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अपने समर्थकों के साथ 15 जनवरी को रामलला का दर्शन करने के लिए जाने की बात कह रहे हैं।
बेगूसराय में पत्रकारों से बात करते हुए गिरिराज सिंह ने रविवार को कहा कि आखिर कांग्रेस वहां जाने की बात कैसे सूझ गई। यदि सद्बुद्धि आती है तो मैं प्रार्थना करता हूं कि सभी को सद्बुद्धि आए लेकिन यह लोग तुष्टिकरण की राजनीति करने वाले लोग हैं, यह तुष्टीकरण ही करेंगे। वे राम में शरण में जाएं और कृष्ण की भी शरण में जाने की हिम्मत दिखाएं।
समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव द्वारा राहुल गांधी की न्याय यात्रा से पहले लोकसभा चुनाव के सीट बंटवारा करने के सवाल पर गिरिराज सिंह ने कहा कि इंडी घमंडिया गठबंधन है। कोई संयोजक बनने के लिए खड़गे का नाम कहता है तो नीतीश कुमार मुंह फुलाकर घर बैठ जाते हैं। इसके बाद कांग्रेस नीतीश कुमार के सामने घुटने टेक देती है। इन लोगों में सीट बंटवारा को लेकर मोल-जोल हो रहा है। किसी को डर है जेल जाने का तो किसी को डर है हारने का। इसलिए गठबंधन होगा भी नहीं।
अखिलेश यादव कह रहे हैं कि सीट का बंटवारा पहले हो जाए और राहुल गांधी को अपनी यात्रा से मतलब है। राहुल गांधी जानते हैं कि गठबंधन होना ही नहीं है। क्योंकि, यह ठगबंधन है। जिसका स्वार्थ सिद्ध नहीं होगा वह गठबंधन से अलग हो जाएगा। इस गठबंधन का वही हाल होगा कि इस दिल के टुकड़े हजार हुए कोई यहां गिरा कोई वहां गिरा।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों पर हो रहे हमले पर गिरिराज सिंह ने कहा कि वहां लोकतंत्र और संघीय ढांचा समाप्त हो गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लोकतांत्रिक नहीं होकर डिक्टेटर की भूमिका में हैं। वह अपने को भारत से कटा और किम जॉन समझती है। देश में लोकतंत्र को बचाने के लिए ममता की सरकार को खत्म करना होगा। वह इस्लामिक स्टेट बनाने का प्रयास कर रही है।