मुजफ्फरनगर। जिला महिला चिकित्सालय में पिछले 15 दिनों से सिजेरियन प्रसव नहीं हो पा रहे हैं। यहां तैनात दोनों सीनियर कंसल्टेंट के मेडिकल लीव पर जाने से सिजेरियन प्रसव वाली महिलाओं को रेफर किया जा रहा है। सामान्य प्रसव के लिए भी अस्पताल में केवल एक ही चिकित्सक है।
दो जुलाई के बाद से जिला महिला चिकित्सालय में प्रसव के मामलों में दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। अस्पताल में डॉ. मुरली भास्कर व डॉ. अनीता ही सिजेरियन डिलीवरी करती थीं। दो जुलाई को तबीयत बिगड़ने के बाद डॉ. अनीता 28 दिनों के लिए मेडिकल लीव पर चली गई। तीन जुलाई को डॉ. मुरली भास्कर की भी तबीयत बिगड़ गई। दोनों डॉक्टरों के एक साथ छुट्टी होने से व्यवस्था गड़बड़ा गई है।
जिला महिला चिकित्सालय की मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका डॉ. आभा आत्रेय का कहना है कि वह फिलहाल दोनों महिला चिकित्सकों की अनुपस्थिति दर्ज कर रही हैं क्योंकि उन्हें छुट्टी देने का अधिकार नहीं है। दोनों चिकित्सकों ने पोर्टल पर छुट्टी के लिए आवेदन नहीं किया है।
जिला महिला चिकित्सालय की मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका डॉ. आभा आत्रेय ने बताया कि रोजाना अस्पताल में ऑपरेशन से प्रसव वाले करीब आठ केस आते हैं। फिलहाल सभी को मेरठ मेडिकल रेफर किया जा रहा है।
जिला महिला चिकित्सालय की मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका डॉ. आभा आत्रेय ने बताया कि अस्पताल में नॉर्मल डिलीवरी कराने के लिए भी केवल एक ही महिला चिकित्सक हैं। वह भी आयुष वाली चिकित्सकों की मदद लेती हैं।
जिला महिला चिकित्सालय में लंबे समय से महिला चिकित्सकों की भारी कमी है। इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर के सर्जित छह पदों में से केवल एक ही कार्यरत हैं जबकि विशेषज्ञ चिकित्सकों के भी दो पद रिक्त है। एक ही विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. अनीता कार्यरत हैं, लेकिन वह भी मेडिकल लीव पर हैं।