मुजफ्फरनगर। महिला शक्ति क्रांतिकारी शालू सैनी द्वारा एक लावारिस का वारिस बनकर उसका अंतिम संस्कार किया गया है।
शालू सैनी नेकई वर्षों से निरंतर निशुल्क लावारिसों का वारिस बनकर अंतिम संस्कार कर देश एवं प्रदेश में अलग पहचान बनाई है। शालू सैनी ने बताया कि थाना सिविल लाइन द्वारा दी गई सूचना के आधार पर लावारिस का अंतिम संस्कार विधि विधान से कराया गया।
वहीं परंपराओं के लिहाज से अस्थियों को गंगा में भी विसर्जित किया जायेगा। कोरोना काल में जहां अपने भी साथ छोड़ कर दूर भाग रहें थे, वहीं साक्षी वेलफेयर ट्रस्ट की राष्ट्रीय अध्यक्ष क्रांतिकारी शालू सैनी द्वारा सैकड़ों अंतिम संस्कार विधि विधान से करा कर इतिहास रचा था।
वहीं सभी की अस्थियों को गंगा में विसर्जित भी कराई गई थी।