नई दिल्ली। प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत आ चुकी हैं। सोमवार शाम उनका विमान यूपी के गाजियाबाद स्थित वायु सेना के हिंडन एयरबेस पर लैंड हुआ। माना जा रहा है कि शेख हसीना अब नई दिल्ली से किसी अन्य देश के लिए रवाना हो सकती हैं।
सूत्रों का कहना है कि शेख हसीना लंदन जाने की तैयारी कर रही हैं। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इंग्लैंड की सरकार से शरण मांगी है। इस बीच बांग्लादेश का मुद्दा संसद में भी उठाने की कोशिश की गई। लोकसभा में टीएमसी सांसद ने संसद में बांग्लादेश का मुद्दा उठाने की कोशिश की। लेकिन, आसन पर बैठे पीठासीन सभापति जगदंबिका पाल ने उन्हें इस मामले पर बोलने की अनुमति नहीं दी। टीएमसी सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय बांग्लादेश की स्थिति पर चिंता जताते हुए अपनी बात रखना चाहते थे। दरअसल, बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर सरकार विरोधी प्रचंड प्रदर्शन हो रहे हैं।
इस बीच सोमवार को प्रधानमंत्री शेख हसीना सरकार का तख्तापलट हो गया। इसके बाद उन्हें प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ना पड़ा है। यह स्थिति तब उत्पन्न हुई जब बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शनकारी हसीना के आधिकारिक आवास की ओर कूच कर गए। सूत्रों के मुताबिक, इन हिंसक प्रदर्शनों से शेख हसीना की सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया था। वह प्रदर्शनकारियों के गण भवन पहुंचने से पहले ही देश छोड़कर रवाना हो गईं। इस्तीफा देने के बाद शेख हसीना विमान से सोमवार शाम करीब 5:30 बजे हिंडन एयरबेस पर पंहुची। यहां एयरफोर्स के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। शेख हसीना को ले जा रहे सी-130जे विमान को हिंडन में उतरने के लिए प्राथमिकता दी गई। जानकारी के मुताबिक अब नई दिल्ली से शेख हसीना के लंदन के लिए रवाना हो सकती हैं।
वहीं, बांग्लादेश के सेना प्रमुख ने देश के सभी दलों की भागीदारी से अंतरिम सरकार के गठन की बात कही है। बांग्लादेश के सेना प्रमुख का कहना है, वे अंतरिम सरकार बनाएंगे और देश को संभालेंगे। इसके साथ ही उन्होंने प्रदर्शनकारियों को भरोसा दिलाया है कि आंदोलन में जिन लोगों की हत्या की गई है, उन्हें इंसाफ दिलाया जाएगा। जानकारी के मुताबिक शेख हसीना ने बांग्लादेश छोड़ने से पहले सेना प्रमुख को अपना इस्तीफा सौंपा।
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि सेना प्रमुख ने कहा है कि स्थिति को सुलझाने के लिए अब राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन से बात की जाएगी। इसके साथ ही बांग्लादेश में सेना ने सभी तरह की हिंसा को तुरंत रोकने की सार्वजनिक अपील की है। जानकारी के मुताबिक बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री अपनी छोटी बहन शेख रेहाना के साथ बांग्लादेश से रवाना हुई थीं।