वारंगल (तेलंगाना)। कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा श्री राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा निमंत्रण अस्वीकार करने के संबंध में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ये भारतीय संस्कृति को अस्वीकार करने के समान है और इसीलिए कांग्रेस कहीं की नहीं रही।
इन दिनों तेलंगाना प्रवास पर गए चौहान ने अपने बयान में कहा कि राम हमारे अस्तित्व हैं, श्री राम हमारे आराध्य हैं, प्राण हैं, भगवान हैं और भगवान श्री राम ही भारत की पहचान हैं। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को अस्वीकार करना भारत की पहचान को अस्वीकार करना है, भारतीय संस्कृति को अस्वीकार करना है और इसीलिए तो कांग्रेस कहीं की नहीं रही।
कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी को अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले श्री राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण मिला था, लेकिन तीनों की ओर से इसे अस्वीकार कर दिया गया है।