गुरुग्राम। शहर के शराब के ठेके पर गोलीबारी की घटना में पुलिस को एक सफलता हाथ लगी है, गुरुग्राम पुलिस की मानेसर अपराध शाखा इकाई ने गोलीबारी में शामिल एक शूटर को गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना में एक व्यक्ति मारा गया था और दो अन्य घायल हो गए थे। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद निवासी रोहित गडरिया (21) के रूप में हुई है, जिसे रविवार को फरुखनगर-हेलीमंडी मार्ग स्थित गांव दाबोदा से गिरफ्तार किया गया।
घटना पचगांव इलाके में एक शराब की दुकान पर रात करीब साढ़े आठ बजे हुई। शुक्रवार को जब दो हथियारबंद हमलावरों ने फायरिंग कर दी। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें हमलावरों को फायरिंग करते देखा जा सकता है।
पुलिस ने हत्यारों के बारे में किसी भी जानकारी के लिए 50,000 रुपये के इनाम की भी घोषणा की थी।
पूछताछ के दौरान आरोपी ने पुलिस के सामने खुलासा किया कि वह और उसके दो साथी सौरभ और दीपक नागर गैंगस्टर लिपिन नेहरा के लिए काम करते हैं और उसी के इशारे पर तीनों ने इस घटना को अंजाम दिया था।
पुलिस के अनुसार, लिपिन नेहरा ने शिकायतकर्ता कुलदीप सिंह से पंचगांव चौक के पास स्थित अपनी डिस्कवरी वाइन शॉप का स्वामित्व अपने पिता दयाराम नेहरा को हस्तांतरित करने के लिए कहा था, लेकिन शिकायतकर्ता ने उसे स्थानांतरित नहीं किया।
डीसीपी (अपराध) विजय प्रताप सिंह ने कहा, लिपिन नेहरा ने शिकायतकर्ता पर दबाव बनाने और अपना वर्चस्व स्थापित करने के लिए अपने गिरोह के सदस्यों को अपराध को अंजाम देने के लिए कहा, जिसके बाद तीनों आरोपियों ने घटना को अंजाम दिया। दोषियों को फरीदाबाद, रेवाड़ी और पटौदी में इसी तरह की घटनाओं को अंजाम देना था।
आरोपियों ने यह भी खुलासा किया कि घटना के दिन वे मोटरसाइकिल पर आए थे, वह (रोहित) मोटरसाइकिल चला रहा था। उसने शराब की दुकान के पास मोटरसाइकिल खड़ी कर दी और उसके दो साथी सौरभ और दीपक नागर शराब की दुकान पर गए और करीब 19 राउंड फायरिंग की और मोटरसाइकिल पर सवार होकर फरार हो गए।
डीसीपी ने कहा, इसके बाद वे आईएमटी मानेसर में अपने कमरे में चले गए और वहां से वे कोसली गए। रोहित वहां से भागने की कोशिश कर रहा था। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह बस में सवार होकर उत्तर प्रदेश चला गया, लेकिन रास्ते में उसे पकड़ लिया गया।
इससे पहले, दुकान के मालिक कुलदीप सिंह द्वारा एक शिकायत दर्ज की गई थी, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि उन्हें और उनके भाई प्रवीण को एक सप्ताह पहले एक धमकी भरा अंतर्राष्ट्रीय फोन आया था, जिसमें कहा गया था कि अगर उन्होंने दुकान का स्वामित्व उनके नाम पर स्थानांतरित नहीं किया तो उन्हें परिणाम भुगतने होंगे।
घटना शुक्रवार की रात करीब साढ़े आठ बजे की है। जब दो हथियारबंद हमलावर शराब खरीदने दुकान पहुंचे और भीड़ पर फायरिंग कर दी।
तीन ग्राहक – यूपी के सहारनपुर निवासी संदीप और राजस्थान के अलवर निवासी देवराज शर्मा और राजेंद्र प्रसाद गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि कुछ अन्य को मामूली चोटें आईं।
तीनों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने संदीप को मृत घोषित कर दिया।
मानेसर पुलिस स्टेशन में आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत अज्ञात कॉलर और दो शूटरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।