मुजफ्फरनगर। बच्चन सिंह कालोनी में आज माँ शाकम्भरी देवी मंदिर में प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी अन्नकूट पर श्री गोवर्धन जी का पूजन, हवन एवं विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया। सभी के घरों में सुख समृद्धि हो इसी मंगल कामना के साथ सभी श्रद्धालुओं ने भगवान से प्रार्थना की और इस धर्म के कार्य में सभी भक्तों ने तन मन धन से सहयोग किया। सभी भक्तों को प्रसाद वितरण किया गया।
इस पूजन में पं. चिंतामणी रतूडी व पं, शुभम शास्त्री ने बताया कि दीपावली के अगले दिन गोवर्धन जी की पूजा की जाती है। लोग इसे अन्नकूट के नाम से भी जानते हैं। इस त्यौहार का भारतीय लोक जीवन में बहुत महत्व है। इस पर्व में प्रकृति के साथ मानव का सीधा सम्बन्ध दिखाई देता है। इस पर्व की अपनी मान्यता और लोक कथा है। गोवर्धन पूजा में गोधन अर्थात गायों की पूजा की जाती है।
शास्त्रों में बताया गया है कि गाय उसी प्रकार पवित्र होती है जैसे नदियों में गङ्गा। गाय को देवी लक्ष्मी का स्वरूप भी कहा गया है। देवी लक्ष्मी जिस प्रकार सुख समृद्धि प्रदान करती हैं उसी प्रकार गौ माता भी अपने दूध से स्वास्थ्य रूपी धन प्रदान करती हैं। ऐसे गौ माता सम्पूर्ण मानव जाति के लिए पूजनीय है। गौ के प्रति श्रद्धा प्रकट करने के लिए ही कार्तिक शुक्ल पक्ष प्रतिपदा के दिन गोर्वधन की पूजा की जाती है। गोवर्धन पूजा पर भगवान कृष्ण को अन्नकूट का भोग लगाया जाता है।
गोवर्धन पूजा की झलक
जब कृष्ण ने ब्रजवासियों को मूसलधार वर्षा से बचाने के लिए सात दिन तक गोवर्धन पर्वत को अपनी सबसे छोटी उँगली पर उठाकर रखा और गोप-गोपिकाएँ उसकी छाया में सुखपूर्वक रहे। सातवें दिन भगवान ने गोवर्धन को नीचे रखा और प्रतिवर्ष गोवर्धन पूजा करके अन्नकूट उत्सव मनाने की आज्ञा दी। तभी से यह उत्सव अन्नकूट के नाम से मनाया जाने लगा। रमेश पाल, रजनीश त्यागी,सचिन गर्ग, नीरज शर्मा, भदोराम,प्रमोद चौहान, आयुष, उज्वल शुभम सचिन त्यागी, गोपी, राकेश शर्मा, नितिन कश्यप, प्रमोद शर्मा,सुशील, विजय, प्रमोद राठी, सुरेश पाल, अन्य सभी भक्त परिवार सहित मंदिर में इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।