लखनऊ -कोर्ट में मारे गए संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा का शामली में गुरुवार दोपहर भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कर दिया गया। बड़े बेटे तुषार ने उसे मुखाग्नि दी। वहीं, देर रात जीवा की कोर्ट में हत्या करने वाले विजय यादव को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। इसी बीच एसआईटी ने जांच भी शुरू कर दी है। सीजेएम ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में लेकर 21 जून तक जेल भेजने का आदेश दिया था। साथ ही जीवा की सुरक्षा में तैनात 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
बुधवार को कोर्ट में पेशी पर आए जीवा को हमलावर ने 6 गोलियां मारी गई थी । देर रात हुए पोस्टमॉर्टम में इसका खुलासा हुआ है। हमलावर ने शॉर्प शूटर की तरह जीवा पर हमला किया। निशाना इतना सटीक था कि मैग्नम अल्फा .357 बोर रिवॉल्वर से चली सभी गोलियां उसे लगी। पीएम रिपोर्ट के मुताबिक, बॉडी पर बुलेट के 16 एंट्री-एग्जिट प्वाइंट है। 6 गोलियां सीने में लगी। सभी पार हो गई। 12 होल इसके हैं। जबकि हाथ सीने में लगाने पर उसमें भी होल हो गया। यानी, 4 और होल।
पीएम रिपोर्ट के अनुसार, जीवा का वजन 76 किलो था। बलरामपुर अस्पताल उसे ब्रॉट डेड लाया गया था। आशंका है कि जीवा के शरीर से पार हुई गोलियां ही सिपाही और 18 महीने की बच्ची को भी लगी। हालांकि, पुलिस ने इस बारे में कोई पुष्टि नहीं की है।
उधर, जीवा की फरार पत्नी से गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। पायल माहेश्वरी ने इसमें खुद की हत्या की आशंका जताते हुए सुरक्षा मांगी है। साथ ही, गिरफ्तारी से राहत मांगते हुए पति के अंतिम संस्कार में जाने की अनुमति मांगी थी, उत्तर प्रदेश सरकार की वकील गरिमा प्रसाद ने पायल की अर्जी का तो मानवता के नाते विरोध नहीं किया था लेकिन और कोई राहत देने से इंकार किया। यूपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि मानवता के आधार पर पायल महेश्वरी को उसके पति संजीव जीवा के अंतिम संस्कार में शामिल होने की इजाज़त दी जा सकती है, यूपी सरकार ने कहा कि जीवा की पत्नी को दूसरी कोई राहत नहीं दी जानी चहिये।
यूपी सरकार ने कहा है कि पति के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पायल को राहत देने पर उसे ऐतराज नहीं है। पायल गैंगस्टर एक्ट में वांटेड है। इसलिए उसने गिरफ्तारी से राहत की मांग की है। सुप्रीम कोर्ट ने पायल महेश्वरी से अपनी याचिका की कॉपी उत्तर प्रदेश सरकार के वकील को देने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई याचिका में गैंगेस्टर जीवा की पत्नी ने कहा है, ‘उसके पति की तरह उसकी भी हत्या कराई जा सकती है इसलिए मुझे गिरफ्तार ना किया जाए। इस मामले में शुक्रवार को कोर्ट सुनवाई करेगा। वहीं, संजीव जीवा की मां कुंती और सास राजबाला ने सरकार से बेटे की हत्या के बाद बहू और बच्चों के लिए मदद की गुहार लगाई है।