नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में ‘एनपीएस वात्सल्य’ योजना की शुरुआत की। इस योजना में माता-पिता को पेंशन अकाउंट में निवेश कर अपने बच्चों के भविष्य के लिए बचत करने की सुविधा दी गई है।
बच्चे के माता-पिता ऑनलाइन या निकटतम बैंक या डाकघर जाकर एनपीएस वात्सल्य योजना का हिस्सा बन सकते हैं। इस योजना के तहत वात्सल्य खाता खोलने के लिए न्यूनतम योगदान एक हजार रुपये है। इसके बाद अंशधारकों को सालाना 1,000 रुपये का योगदान करना होगा।
नई दिल्ली में विज्ञान भवन में इस योजना के शुभारंभ के दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि कैबिनेट ने हाल ही में केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए एकीकृत पेंशन योजना (यूपीएस) को मंजूरी दी है, जो एक अप्रैल, 2025 से प्रभावी होगी। सीतारमण ने अपने संबोधन में कहा कि इसमें पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) के साथ-साथ नई पेंशन योजना (एनपीएस) के बेहतरीन तत्व हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह योजना सेवानिवृत्ति के बाद एक सुनिश्चित पेंशन प्रदान करती है।
वित्त मंत्री ने कहा कि यूपीएस के तहत सरकारी कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति से पहले पिछले 12 महीनों में प्राप्त औसत मूल वेतन का 50 फीसदी गारंटीकृत पेंशन मिलेगी। इसके अतिरिक्त यूपीएस योजना में औद्योगिक श्रमिकों के लिए अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (AICPI-IW) के आधार पर मुद्रास्फीति सूचकांक भी शामिल है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकारों के पास भी एकीकृत पेंशन योजना को अपनाने का विकल्प है।
सीतारमण ने कहा कि एनपीएस भविष्य की पीढ़ियों पर भारी पेंशन बिलों का बोझ न डालकर सरकारी कर्मचारियों के साथ-साथ करदाताओं के हितों को संतुलित करता है। वित्त मंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सभी माता-पिता से अनुरोध किया कि आप जब भी अपने बच्चे के साथ किसी एक के बर्थडे पार्टी में जाएं, आप जरूर टॉफियां, केक या कुछ तोहफा उस बच्चे के लिए लेकर जाइए। लेकिन आप उस बच्चे के भविष्य के लिए कुछ करना चाहते हैं, तो आप ‘एनपीएस वात्सल्य’ के नाम पर उसके माता-पिता के हाथ में कुछ पैसा देकर आएं।