टेक्सास। लोकसभा में विपक्ष के नेता तथा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि भारत में लोगों में कौशल है लेकिन इसका उन्हें सम्मान नहीं मिलता है।
गांधी ने अमेरिका यात्रा के दौरान टेक्सास विश्वविद्यालय में छात्रों से बातचीत करते हुए कहा “कई लोग कहते हैं कि भारत में कौशल की समस्या है। भारत कौशल की कोई कमी है। मुझे नहीं लगता कि भारत में कौशल को लेकर कोई समस्या है लेकि कौशल के सम्मान को लेकर समस्या ज़रूर है। भारत उन लोगों का सम्मान नहीं करता जिनके पास कौशल है।”
उन्होंने कहा अमेरिकी व्यवसायिक शिक्षा प्रणाली स्वतंत्र रूप से संचालित होती है लेकिन भारतीय शिक्षा प्रणाली अब तक व्यवसाय प्रणाली से जुड़ी ही नहीं है। हमारी शिक्षा प्रणाली भारत के समाज में परंपरागत रूप से चली आ रही कौशल संरचना से गहराई से नहीं जुड़ती है। मेरा मानना है भारतीय शिक्षा प्रणाली मैं विद्यमान इस अंतर को पाटना या व्यावसायिक प्रशिक्षण के माध्यम से कौशल और शिक्षा को जोड़ने की ज़रूरत है।’
गांधी ने आरएसएस पर भी हमला किया और कहा ‘अब भारतीय शिक्षा प्रणाली एक विचारधारा विशेष से गहराई से जुड़ गई है और भारतीय शिक्षा प्रणाली के ज़रिए आरएसएस विचारधारा को बढ़ावा दिया जा रहा है। आज हमारे विश्वविद्यालय की ज्यादातर कुलपति आरएसएस द्वारा नियुक्त किए जाते हैं जो जीवन, इतिहास और भविष्य पर एक विशेष दृष्टिकोण रखने वाला संगठन है। यह सही नहीं है। एक संगठन का अपने सभी लोगों को विद्यमान शिक्षा प्रणाली से जोड़ना हानिकारक है। यह सुनिश्चित होना ज़रूरी है कि शिक्षा प्रणाली स्वतंत्र हो, किसी विचारधारा से न जुड़ी हो और किसी खास तरह की सोच के प्रति प्रतिबद्ध न हों।”