Friday, December 20, 2024

नोएडा में विदेशी साइबर अपराधियों की मदद से करोड़ों की ठगी में शामिल सॉफ्टवेयर इंजीनियर गिरफ्तार

नोएडा। विदेश में बैठे साइबर अपराधियों के साथ मिलकर लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी में शामिल एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को साइबर अपराध थाना पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार लिया। आरोपी ने सेक्टर-62 में कंपनी खोलकर एक युवती को डायरेक्टर बना दिया। उसके बैंक खाते में ठगी की रकम मंगवाना शुरू कर दिया। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

 

 

 

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साइबर सेल की डीसीपी प्रीति यादव ने बताया कि सेक्टर-75 स्थित गोल्फ एवेन्यू निवासी सुरेंद्र नाथ तनेजा ने 12 जून को साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। उन्होंने बताया था कि शेयर बाजार में निवेश के नाम पर उनसे 34 लाख 82 हजार 894 रुपये ठग लिए थे। पीड़ित ने जब रुपये वापस मांगे तो आरोपियों ने 25 प्रतिशत टैक्स के रूप में काटने के बाद ही रकम लौटाने का आश्वासन दिया। साथ ही आरोपियों ने बैंक खाते के सत्यापन के लिए एक लाख रुपये मांगे। इस पर पीड़ित को संदेह हुआ। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर खोजबीन शुरू कर दी। पीड़ित ने कुल नौ बार में छह बैंक खातों में रकम ट्रांसफर की। दो बैंक खाते महाराष्ट्र, दो गुजरात, एक बैंक खाता बिहार के पटना और एक बैंक खाता नोएडा का मिला।

 

 

 

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नोएडा में खोला गया बैंक खाता दिल्ली के दल्लूपुरा में रहने वाली युवती योगिता के नाम से था। इस खाते में तीन लाख रुपये ट्रांसफर हुए थे। पुलिस को जांच में पता चला कि युवती सेक्टर-62 स्थित एक कंपनी में डायरेक्टर है, लेकिन अब कंपनी बंद हो चुकी है। युवती ने पूछताछ में बताया कि उसने यह बैंक खाता नहीं खुलवाया है। वह तो कंपनी में सिर्फ कर्मचारी थी। कंपनी का मालिक कानपुर के रतनलाल नगर निवासी अंकित अरोड़ा है। उसने धोखे से उसके दस्तावेज पर बैंक खाता खुलवा लिया। गुरुवार को पुलिस ने आरोपी को नोएडा से ही गिरफ्तार कर लिया।

 

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थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी ने कानपुर विश्वविद्यालय से बीटेक किया है। 36 वर्षीय अंकित ने करीब 12 वर्ष तक कुवैत स्थित आईटी कंपनी में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर नौकरी की थी। वर्ष 2020 में कोरोना महामारी के दौरान नौकरी छूट गई।

 

 

 

आरोपी ने एक वर्ष पहले सेक्टर-62 में डीजी सर्वे रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी खोली। कंपनी में डिजिटल मार्केटिंग क्षेत्र में काम शुरू किया। 20 से 25 कर्मचारियों को नौकरी पर रखा, लेकिन कुछ माह बाद ही कंपनी में नुकसान हो गया। इसी बीच आरोपी ऑनलाइन के माध्यम से साइबर अपराधियों के संपर्क में आ गया। कंपनी में निदेशक बनाई युवती के अलावा अपने भी बैंक खातों का इस्तेमाल करके ठगी की रकम मंगवाना शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि आरोपी के खिलाफ नोएडा के अलावा दिल्ली के शाहदरा, गाजियाबाद और कर्नाटक के शिवमूंगा थाने में मुकदमे दर्ज हैं। आरोपी अंकित को छह माह पहले दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। हालांकि थाने से ही जमानत पर छोड़ दिया था। गाजियाबाद और कर्नाटक पुलिस अंकित को खोज रही थीं।

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