लखनऊ। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता विनय शंकर तिवारी को 754 करोड़ रुपये के घोटाले के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई सोमवार को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत की गई।
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ईडी के अनुसार, यह घोटाला एक वित्तीय कंपनी और उससे जुड़ी शेल कंपनियों के माध्यम से किया गया। जांच में सामने आया कि इन कंपनियों के जरिए फर्जी दस्तावेजों के आधार पर काले धन को सफेद किया गया। विनय शंकर तिवारी पर आरोप है कि वे इस घोटाले में मुख्य भूमिका निभा रहे थे और बार-बार समन भेजने के बावजूद जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे।
गिरफ्तारी के बाद तिवारी को लखनऊ स्थित विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। ईडी ने बताया कि यह मामला बहुचर्चित मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क से जुड़ा हुआ है, जिसकी जांच कई महीनों से चल रही थी।
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ईडी अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में और भी बड़े नाम सामने आ सकते हैं। फिलहाल एजेंसी इस पूरे मामले की तह तक जाने में जुटी है।
विनय शंकर तिवारी उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक प्रभावशाली नेता माने जाते हैं और पूर्वांचल में उनकी मजबूत पकड़ रही है। उनकी गिरफ्तारी से सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी की ओर से अभी तक इस पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।