Tuesday, April 1, 2025

एक देश, एक चुनाव पर बोले सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव

 

 

 

नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और कन्नौज से सांसद अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर ‘एक देश, एक चुनाव’ के मुद्दे को लेकर तीखा हमला किया है। शुक्रवार को उन्होंने इस नीति को भाजपा की चुनाव जीतने की रणनीति बताते हुए इसे लोकतंत्र विरोधी करार दिया। अखिलेश ने कहा कि ‘एक देश, एक चुनाव’ अव्यावहारिक ही नहीं, बल्कि अलोकतांत्रिक व्यवस्था है।

 

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अखिलेश यादव ने कहा, “इस प्रणाली के लागू होने पर कभी-कभी सरकारों की अस्थिरता के कारण मध्यावधि चुनाव की स्थिति उत्पन्न होती है। ऐसी स्थिति में जनता का लोकतांत्रिक प्रतिनिधित्व समाप्त हो जाएगा। यह संविधान और जनमत का अपमान होगा।” उन्होंने इसे लोकतंत्र के खिलाफ एकतंत्री सोच का षड्यंत्र बताया और कहा कि इसके जरिए सत्ता पर एक साथ कब्जा करने का प्रयास हो रहा है।

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समाजवादी पार्टी के महासचिव और सांसद रामगोपाल यादव ने भी इस मुद्दे पर सरकार की मंशा पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “यह देखना जरूरी है कि सरकार संविधान के अनुसार काम कर रही है या नहीं। बीजेपी वाले इमरजेंसी जैसा काम कर रहे हैं। ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ लंबा रास्ता है, जिससे फायदे भी हैं और नुकसान भी।”

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अखिलेश यादव ने भाजपा की चुनावी नीति पर कटाक्ष करते हुए कहा, “यह सरकार बारिश, त्योहार और नहान के नाम पर चुनाव टाल देती है। ऐसी सरकार ‘एक देश, एक चुनाव’ कराने का दावा कैसे कर सकती है? यह छलावा है, जिसमें अलोकतांत्रिक एकाधिकार की मंशा छिपी है। इससे चुनाव केवल दिखावटी प्रक्रिया बनकर रह जाएगा।”

 

सपा चीफ ने कहा कि इस व्यवस्था के जरिए चुनावी प्रक्रिया का सामूहिक अपहरण किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा इस नीति को लागू करके पूरे देश पर अपना एकाधिकार जमाना चाहती है। अखिलेश ने इसे लोकतांत्रिक व्यवस्था पर हमला और जनमत का अनादर बताया।

 

इससे पहले गुरुवार को भी अखिलेश यादव ने इस मुद्दे पर भाजपा सरकार की नीतियों को अलोकतांत्रिक बताया था। उन्होंने कहा था कि इस योजना को लागू करने के लिए चुनी हुई सरकारों को उनकी समयावधि से पहले भंग करना होगा, जो लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है।

 

 

 

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