नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी का कहना है कि केंद्र सरकार दिल्ली पुलिस की स्पेशल टास्क के जरिए सीएम अरविंद केजरीवाल की जासूसी करा रही है। एक चुने हुए मुख्यमंत्री के घर के बाहर स्पेशल स्टाफ के अफसर 24 घंटे सादी वर्दी में घूम रहे हैं, जो वहां आने-जाने वाले लोगों पर नजर रख रहे हैं और उनका रिकॉर्ड बनाया जा रहा है। यह सभी आरोप गुरुवार को दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने लगाए।
उन्होंने कहा, हमारे और केंद्र सरकार के बीच मतभेद जग जाहिर हैं। केंद्र, सीएम अरविंद केजरीवाल को राजनीतिक तौर पर खत्म करना चाहते हैं। इसलिए यह मामला और गंभीर हो जाता है। इस संबंध में राज्यसभा सदस्य संजय सिंह और राघव चड्ढा ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को पत्र भी लिखा है। आम आदमी पार्टी जानना चाहती है कि केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस कमिश्नर स्पेशल स्टाफ को क्या स्पेशल टास्क दे रखा है।
पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा को पत्र में राघव चड्ढा ने लिखा है कि दुख की बात है कि एक लोकप्रिय जननेता की सुरक्षा के साथ समय-समय पर चूक हुई है और कई बार अरविंद केजरीवाल पर हमले भी हुए हैं। राज्य की पुलिस की जिम्मेदारी होती है, अपनी जनता को सुरक्षा देना। दुख की बात है कि दिल्ली की जनता तो छोड़िए, पुलिस मुख्यमंत्री को भी सुरक्षित नहीं रख पा रही है। पिछले दिनों दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास के बाहर एक ड्रोन उड़ता देखा गया था। संदेह की बात है कि आज तक उस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
पत्र में आगे लिखा गया है, “पिछले तीन-चार दिन से हम देख रहे हैं कि दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के कुछ अफसर सीएम आवास के बाहर 24 घंटे घूम रहे हैं। उनसे पूछा जाता है तो कहते हैं कि हम स्पेशल टास्क पर हैं। ऐसा कौन सा टास्क दिल्ली पुलिस ने इन्हें दिया है। क्या अब इन अफसरों के जरिए सीएम केजरीवाल की जासूसी करवाई जा रही है। हर राज्य की पुलिस अपने मुख्यमंत्री की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए काम करती है। दिल्ली पुलिस क्यों अपने मुख्यमंत्री की जासूसी करा रही है। क्या ये पूरी तरह से गैर-कानूनी नहीं है। किस मकसद से सीएम अरविंद केजरीवाल की जासूसी करवाई जा रही है। दिल्ली में लॉ एंड ऑर्डर की हालात बहुत खराब है। हर दिन दिल्ली में गंभीर अपराध हो रहे हैं। दिल्ली पुलिस का काम है कि इन अपराधों को रोकें, न कि एक पार्टी के दबाव में आकर सीएम की जासूसी में समय व्यर्थ करें। दिल्ली की जनता बड़ी उम्मीद से आपकी ओर देख रही है हमें पूरी उम्मीद है कि आप खाकी वर्दी की और दिल्ली की जनता का सम्मान करेंगे। आपसे पूछे गए सवालों के जवाब का इंतजार रहेगा।”