खतौली। सशस्त्र सीमा पुलिस एसएसबी के जवान की बीते सोमवार को असम में ड्यूटी दिए जाने के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। हादसा या साजिश की कशमकश में फंसे परिजनों ने बुधवार को शव खतौली कोतवाली में रखकर क्वान की मौत की जांच कराए जाने की मांग की।
शव के साथ आए एसएसबी के जवानों द्वारा मृतक जवान के परिजनों की अपने आला अधिकारियों से वार्ता कराई गई। एसएसबी के आला अधिकारियों के आश्वासन देने से संतुष्ट हुए परिजन शव लेकर गांव वापस लौटे। जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के गांव पमनवाली निवासी प्रवीण पुत्र ठाकुर शेरपाल ने वर्ष 2007 में सशस्त्र सीमा पुलिस एसएसबी ज्वाइन की थी। बीती 29 जुलाई को प्रवीण की अपनी सर्विस गन से गोली लगने से संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी।
प्रवीण की अचानक मौत की सूचना मिलने से परिजनों में कोहराम मच गया था। बताया गया बुधवार को प्रवीण का शव असम से बाई एयर दिल्ली स्थित एसएसबी के हैड क्वार्टर लाया गया। जहां से एसएसबी के जवान मृतक जवान प्रवीण का शव इनके गांव ले जा रहे थे। बताया गया ग्रामीणों के साथ खतौली पहुंचे परिजनों ने एसएसबी के जवानों की गाड़ी को खतौली थाने पर रोक प्रवीण का शव गांव ले जाने से इंकार दिया।
परिजनों ने प्रवीण की मौत की जांच कराए जाने की मांग की। बताया गया कि कोतवाली पुलिस की मौजूदगी में शव के साथ आए एसएसबी के जवानों ने परिजनों की अपने आला अधिकारियों से वार्ता कराई। आला अधिकारियों से जवान प्रवीण की मौत होने की जांच कराए जाने का आश्वासन मिलने के बाद परिजन गांव वापस लौटे। बाद में गमगीन माहौल में शव का अंतिम संस्कार किया।