लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार की विशेष टास्क फोर्स (STF) के क्रियाकलापों पर अखिलेश यादव ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि चर्चा की जा रही है कि STF का मतलब- स्पेशल ठाकुर फोर्स है। STF क्या दिखाना चाहती है? कोई अपराधी है तो उसके लिए न्यायालय है। सजा न्यायालय से मिलनी चाहिए।’
STF को निष्पक्ष होना चाहिए और कानून के अनुसार न्यायपालिका ही सजा देने की अधिकारिक संस्था है, न कि पुलिस या अन्य एजेंसियां।
उन्होंने कहा- अगर सरकार ये स्वीकार करती है कि सुल्तानपुर डकैती के मुख्य आरोपी पर सबसे ज्यादा मुकदमे थे। लेकिन, वह सरेंडर कर लेता है। मंगेश यादव को SFT के लोग 2 सितंबर को उठाते हैं और 5 तारीख को उसका एनकाउंटर कर देते हैं। डकैती के मुख्य कर्ता-धर्ता के खिलाफ क्या कार्रवाई की?
STF में जिनकी तैनाती है, वो कौन लोग हैं। यूपी के जितने भी महत्वपूर्ण मामले थे, जांच STF को मिली। उनका क्या हुआ? मंगेश यादव का एनकाउंटर हुआ तो आप (CO डीके शाही) चप्पल पहनकर खड़े थे। क्या दिखाना चाहते हैं? अगर कोई अपराधी है तो उसके लिए न्यायालय है। आप न्यायालय पर भी भरोसा नहीं करते। उन्होंने यह भी कहा कि सत्ता में आते ही जहां गोरखधंधा होगा, वहीं बुलडोजर चलेगा।