नोएडा। नोएडा प्राधिकरण ने 10 बड़े जल बकायेदारों के खिलाफ जल राजस्व वसूली की कार्यवाही शनिवार से शुरू कर दी है। नोएडा के 10 बड़े जल बकायेदारों के कार्यालयों में नोटिस चस्पा किया गया है। वहीं पराग डेयरी और लॉजिक्स इंफ्राटेक की पानी की सप्लाई आज से बंद कर दी गई। नोएडा प्राधिकरण के इस कदम से पानी के बड़े बकायेदारों के साथ-साथ छोटे बकायेदारों में हड़कंप मचा हुआ है।
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डा. लोकेश एम ने पानी का बिल जमा नहीं करने वाली कंपनियों के खिलाफ बीते बुधवार को जल सीवर विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। बैठक के दौरान उन्होंने 10 बड़े जल बकायेदारों के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे। उन्होंने निर्देश दिया था कि 10 बड़े बकायेदारों की सूची जारी करते हुए सभी संपत्तियों पर नोटिस चस्पा किया जाए। उक्त बैठक के दौरान वित्तीय वर्ष 2024-25 में निर्धारित जल राजस्व लक्ष्य 150.00 करोड़ के सापेक्ष अब तक प्राप्त जल राजस्व 79.05 करोड़ रुपये पर संतोष व्यक्त किया गया।
जल विभाग के महाप्रंधक आरपी सिंह ने बताया कि उक्त बैठक के दौरान सीईओ द्वारा
दिये गये निर्देषों के अनुपालन में आज 10 बकायेदार जल राजस्व वसूली के लिए उनके परिसरों एवं संबंधित फर्म मैसर्स पराग डेयरी, मैसर्स एसडीएस इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड, लॉजिक्स सिटी डेवलपर प्राइवेट लिमिटेड, गवर्नमेंट एंड पब एसईसी ईएमपी, को-ऑप एचएस., मैसर्स लॉजिक्स इंफ्राटेक (पी) लिमिटेड, मैसर्स जेएम हाउसिंग प्राइवेट लिमिटेड, मैसर्स सेठी बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड के संचालित कार्यालयों में नोटिस चस्पा कर दिया गया है। इसके अलावा मैसर्स पराग डेयरी एवं मैसर्स लॉजिक्स इंफ्राटेक (पी) लिमिटेड का जल संयोजन विच्छेदित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि नोएडा प्राधिकरण ने 10 बड़े जल बकायेदारों द्वारा यदि पैसा जमा नहीं किया जाता तो लीज डीड की शर्त उल्लंघन के अनुसार कार्रवाई की जायेगी।