मेरठ। भाजपा के राज्यसभा सदस्य लक्ष्मीकांत बाजपेयी शनिवार को अचानक मेरठ नगर निगम पहुंचे और वहां की स्थिति देखकर भड़क उठे। जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र बनाने में चल रही घूसखोरी और विकास कार्यों पर लगे विराम को लेकर उन्होंने कड़ी नाराजगी जताई। बाजपेयी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि योगी और मोदी की सरकार में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बाजपेयी ने बताया कि दो दिन पहले नगर निगम में एक फौजी अपनी बेटी के जन्म प्रमाणपत्र में कुछ करेक्शन कराने आया था, लेकिन निगम के कर्मचारियों ने उसका काम करने के बजाय उसे पीटा। इसका वीडियो भी सामने आया था। फौजी ने पूरे मामले की शिकायत की थी, जिससे बाजपेयी बेहद नाराज हुए। उन्होंने कहा, “एक फौजी जो देश की सीमा पर खड़ा है, उसका काम करने में भी तुम्हें जोर पड़ता है। उससे भी भ्रष्टाचार करना है। यह योगी, मोदी की सरकार है, यहां यह भ्रष्टाचार नहीं चलेगा।” बाजपेयी ने आगे कहा, “आम जनता का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं होगा। भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता इनकी जान के पीछे लग जाएगा।”
उन्होंने नगर निगम में चल रहे विकास कार्यों की धीमी गति और समस्याओं पर भी अपनी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि “क्षत्रीय पीठ से घंटाघर तक सड़क बन रही है, लेकिन नगर निगम की वजह से 28 मीटर नाला नहीं जुड़ पा रहा है। वह राम-रहीम फूलवाले की दुकान के नीचे से निकलकर रोड पर जाता है। जिसका प्रमाण आज भी मौजूद है। निर्माण कार्य में उसकी दुकान पर भी कोई नुकसान नहीं होगा। मुश्किल से 10 दिन दुकान नहीं खुल पाएगी। लेकिन 24 करोड़ रुपए खर्च होने के बावजूद नाला नहीं जुड़ने दिया जा रहा है, जिससे मोहल्ले के लोगों को जलभराव का सामना करना पड़ रहा है।” उन्होंने चीफ इंजीनियर से एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट देने की मांग की और स्पष्ट रूप से कहा कि उन्हें यह नाला जुड़ा हुआ चाहिए।
बाजपेयी ने नगर निगम के अफसरों से लिखित में कहा कि यह काम उनके बस का नहीं है और अगर जल्द ही सुधार नहीं हुआ तो वे इस मुद्दे को थाने तक लेकर जाएंगे। बाजपेयी की इस तीखी प्रतिक्रिया से नगर निगम के अधिकारी सकते में आ गए और जल्द से जल्द समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया। मेरठ के निवासियों को उम्मीद है कि उनके इस कदम से नगर निगम की कार्यप्रणाली में सुधार आएगा और भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी।