मुजफ्फरनगर। पालिका के इतिहास में सफाई कर्मचारियों की हड़ताल से पार पाना किसी के बस की बात नहीं रही है। सफाई कर्मचारियों ने पालिका अध्यक्षों के साथ ही प्रशासन का अपनी हड़ताल के कारण क्या हाल किया, यह भी किसी से छिपा नहीं है। लोगों को भाजपाई चेयरमैन डा. सुभाष चन्द शर्मा के कार्यकाल की ऐतिहासिक हड़ताल भी याद है तो अब पहली भाजपा महिला चेयरमैन मीनाक्षी स्वरूप के जमाने की सफाई कर्मियों की हड़ताल भी लोग बरसों बरस याद करेंगे।
250 सफाई कर्मियों की जबरिया भर्ती और फिर उनका छह माह का वेतन बकाया बताते हुए करीब डेढ़ करोड़ रुपये के फर्जी भुगतान का दबाव बनाने के खेल में रचे गये सफाई कर्मियों की इस कामबंद हड़ताल के चक्रव्यूह को अपने दृढ़ निश्चय के चलते पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर तोड़ने में पालिकाध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप कामयाब नजर आई।
आधी रात पुलिस प्रशासन के अफसरों, सभासदों और पालिका अधिकारियों के लाव लश्कर के साथ सड़क पर उतरे चेयरमैन पति भाजपा नेता गौरव स्वरूप ने शहर की सफाई कराई और इसी बीच हड़ताल का चेहरा बने सफाई कर्मचारी संघ अध्यक्ष नीरज बिडला को भी आना पड़ा। अफसरों ने उनको खूब खरी खोटी सुनाते हुए जमकर फटकार लगाई और लाठी के जोर पर हड़ताल खुल गई। आज सवेरे से भी सफाई कर्मचारी अपने अपने काम पर मुस्तैद नजर आये।
बता दें कि नगरपालिका परिषद् का सीमा विस्तार होने के बाद से ही पालिका प्रशासन पर सफाई कर्मियों की संख्या बढ़ाये जाने का दबाव लगातार बढ़ रहा था। इसी को लेकर अपनी आर्थिक स्थिति को देखते हुए पालिका प्रशासन के द्वारा आउटसोर्स पर कुछ सफाई कर्मियों को रखने का प्रस्ताव पारित कराया गया। बकौल चेरयमैन मीनाक्षी स्वरूप 66 सफाई कर्मचारी आउटसोर्स पर बढ़ाये गये और इनको मिलाकर कुल 319 आउटसोर्स सफाई कर्मियों के लिए पुराना ठेका पूर्ण होने पर नया टैण्डर निकाला गया। इसमें 101 फर्म शामिल हुईं, जिनमंे से अक्टूबर 2023 से मार्च 2024 तक ठेका हाईटेक सिक्युरिटी सर्विस जीन्द, हरियाणा को ठेका दिया गया है।
इसी बीच सफाई कर्मचारी संघ ने 250 आउटसोर्स सफाई कर्मचारियों का छह माह का वेतन नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया और मामला हड़ताल तक जा पहुंचा। जबकि पालिकाध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप लगातार कहती रहीं कि 66 सफाई कर्मचारी आउटसोर्स पर ठैकेदार के माध्यम से रखे गये हैं। 250 कर्मचारी किसने और कैसे रखे यह किसी को खबर नहीं है। ऐसे में उन कर्मचारियों का वेतन पालिका प्रशासन नहीं दे सकता है।
इसी पर टकराव बढ़ता चला गया और धनतेरस के दिन शहर में कूड़ा डलावघरों से कूड़ा नहीं उठाया गया। पूरे दिन हड़ताल खोलने के लिए समझौता वार्ता चलती रही, लेकिन संघ अध्यक्ष नीरज बिडला और दूसरे नेता 250 कर्मियों का वेतन देने की मांग पर अड़े रहे। वार्ता बेनतीजा रहने पर डीएम अरविंद मल्लप्पा ने संज्ञान लिया और चेरयमैन मीनाक्षी स्वरूप का रूख भी सख्त हो गया। देर शाम सफाई कर्मचारी संघ अध्यक्ष नीरज बिडला और महामंत्री मिलन कुमार के खिलाफ पालिका के नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने शहर कोतवाली में गुंडागर्दी करने और सफाई कर्मियों को काम करने से जबरिया रोकने तथा धमकी देने के आरोप में तहरीर दी और कानूनी कार्यवाही की तैयारी कर ली गयी।
एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह भी सक्रिय हो गये। बीमारी से उठकर ईओ हेमराज सिंह भी मैदान में आये और सीओ सिटी रामशीष यादव व सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप भी फोर्स के साथ लाठी लेकर निकल पड़े। इस पूरे लाव लश्कर के साथ भाजपा नेता गौरव स्वरूप, सभासद पति विकल्प जैन, सभासद राजीव शर्मा, मनोज वर्मा, देवेश कौशिक, नौशाद खान, हनी पाल, योगेश मित्तल आदि के साथ देर रात ही टाउनहाल पहुंचे और पालिका के कूड़ा वाहनों के चालकों को घरों से बुलवाकर वाहनों को फोर्स की मौजूदगी में रवाना किया गया। इसी बीच टाउनहाल में संघ अध्यक्ष नीरज बिडला को भी अफसरों ने बुला लिया।
सीओ और सिटी मजिस्ट्रेट ने त्यौहार पर हड़ताल कराने को लेकर उनको खरी खोटी सुनाई तथा कानूनी कार्यवाही की चेतावनी देते हुए खूब फटकारा। आधी रात तक शहर की सफाई का कार्य गौरव स्वरूप और सभासदों ने पुलिस प्रशासन के सहयोग से कराया। रात्रि में ही हड़ताल खोल दी गयी। हड़ताल खुलने से जहां पालिका प्रशासन ने राहत की सांस ली, वहीं लोगों को भी राहत मिली। बारिश के बीच ही कूड़ा डलाव घर रात्रि में खाली कराये गये और सवेरे फिर से नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अतुल कुमार सफाई कराने में जुटे रहे।
यह पहली बार है जबकि त्यौहार पर सफाई कर्मियों की हड़ताल कराने की संघ नेताओं की परम्परा पर कोई चेयरमैन भारी पड़ा है। इसके लिए जनता के बीच भी चेयरमैन मीनाक्षी स्वरूप और उनके पति गौरव स्वरूप की प्रशंसा हो रही है। वहीं हड़ताल खुलने के बाद अभी पुलिस ने संघ नेताओं के खिलाफ दी गई तहरीर पर कोई कार्यवाही नहीं की है। शहर कोतवाली प्रभारी महावीर चैहान का कहना है कि अभी जांच की जा रही है।
चेयरमैन मीनाक्षी स्वरूप का कहना है कि हम कर्मचारियों के हितों को लेकर संवेदनशील हैं, लेकिन जिन कर्मचारियों का पालिका से कोई लेना देना ही नहीं हैं, उनका वेतन दिये जाने का दबाव सीधे तौर पर ब्लैकमेलिंग हैं। जो पालिका के कर्मचारी हैं, उनका वेतन और बोनस हम दे चुके हैं, पालिका पर किसी का बकाया नहीं है। हमने हड़ताल खुलवाने के लिए हर प्रकार से बातचीत से हल का प्रयास किया, लेकिन संघ नेता अड़े रहे। जबकि कर्मचारी टकराव नहीं चाहते हैं।
हड़ताल खुल चुकी हैं। हम इसके लिए सभी सभासदों, डीएम के साथ पुलिस व प्रशासन के अफसरों और हमारे ऊपर विश्वास व्यक्त करने के लिए आम जनमानस का आभार जताते हुए भरोसा दिलाते हैं कि अनैतिक दबाव किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। जनहितों को लेकर हम सख्त फैसले लेते रहेंगे। बोर्ड शहर के विकास को प्रतिब( है और जल्द विकास कार्य शुरू कराये जायेंगे।